सरकार सम्मान की लड़ाई लडने वालो के खिलाफ एफआईआर कराकर आवाज दबाना चाहती है - प्रदेश प्रवक्ता चोहान
आलीराजपुर (रफीक क़ुरैशी) - एमपीपीएससी की परीक्षा में आदिवासी समाज के बारे में अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया गया था ऐसे अपमानजनक शब्दों को चाहे वह किसी भी समाज को लेकर हो सहन नहीं किया जाएगा। सरकार द्वारा समाज की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है तभी तो विरोध प्रदर्शन करने वालो के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है। इस प्रकार के कृत्यों से समाज की आवाज को दबाया नहीं जा सकता हम आदिवासी समाज के सम्मान के लिए जेल भी जाने को तैयार है। यह बात भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक नागरसिंह चोहान ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहीं। चोहान ने कहा कि कांग्रेस की सरकार पुलिस प्रशासन के माध्यम से विरोध करने वालो की आवाज दबाना चाहती है। उन्होने आरोप लगाया की भाजपा द्वारा आदिवासी समाज के सम्मान के लिए उनके साथ खड़े होकर पूतला दहन किया था। लेकिन अभिव्यक्ति की आजादी की बात करने वाले विपक्ष की आवाज को दबाना चाहते है। तभी तो आदिवासी समाज के सम्मान में किए गए मुख्यमंत्री कमलनाथ के पूतला दहन के विरोध में कांग्रेस सरकार द्वारा उस समय एफआईआर दर्ज कर ली गई जबकी 144 का आदेश शाम को 7 बजे बाद आया था। ऐसे में 144 का उल्लंघन कैसे हुआ। चोहान ने कहा कि विरोध दर्ज कराना उनका अधिकार है और वे समाज के सम्मान की लड़ाई के लिए ही पूतला दहन कर रहे थे।
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