श्रम निरिक्षक मिश्रा व सौसंर नायब तहसीलदार ने अचानक किया औधोगिक क्षेत्र कंपनियो का निरीक्षण | Shram nirikshak mishra va sousar nayab tehsildar ne achanak kiya audhogik shetr

श्रम निरिक्षक मिश्रा व सौसंर नायब तहसीलदार ने अचानक किया औधोगिक क्षेत्र कंपनियो का निरीक्षण

श्रम निरिक्षक मिश्रा व सौसंर नायब तहसीलदार ने अचानक किया औधोगिक क्षेत्र कंपनियो का निरीक्षण

बोरगाव/रेमंड (गयाप्रसाद सोनी) -आगे दिन मजदूरों की शौषन की खबर समाचार पत्रों व न्यूज चैनलों पर खबर  सबसे अधिक औद्योगिक क्षेत्र की देखने को मिलती है ,जहां यूपी, बिहार ,झारखंड, महाराष्ट्र ,आदि प्रदेश से ठेकेदार आकर अपने ठेकेदारी फैलाए हुए हैं, जिन्होंने कोई श्रम विभाग से लाइसेंस तक नहीं बनवाया है, और साल 6 महीने काम कर कर मजदूरों की राशि ना देकर फरार हो जाते हैं ,ऐसे कई उदाहरण औधोगिक क्षेत्र की कंपनियों में देखने को मिलते हैं, विगत दिनों से सेब्रास कंपनी में बिहार के ठेकेदार ने मजदूरों को तीन महा का वेतन नहीं दिया ,और अपने देश बिहार फरार हो गए ,विचारे मजदूर दर-दर की  कंपनी के चक्कर लगाते रहे, लेकिन कंपनी मालिक ने साफ इंकार कर दिया कि आप ठेकेदार से राशि प्राप्त करो, ऐसे कई उदाहरण औधोगिक क्षेत्र की इकाइयों में देखने को मिलते हैं ,

श्रम निरिक्षक मिश्रा व सौसंर नायब तहसीलदार ने अचानक किया औधोगिक क्षेत्र कंपनियो का निरीक्षण

लेकिन आज अचानक छिन्दवाड़ा की श्रम निरीक्षक संदीप मिश्रा सौसर नायब तहसीलदार एवं उनकी टीम ने कंपनी का निरीक्षण किया ,एवं जिस कंपनी में ठेकेदार बिना लाइसेंस काम कर रहे हैं ,उन कंपनियों के दस्तावेज देखे गये, कमी पाये जाने पर उन्हें अस्थाई रूप से बंद करने के निर्देश दिए, एवं सभी दस्तावेज छिन्दवाड़ा कार्यालय लेकर आने की सलाह दी ,जिसमें साईं सटर  कंपनी ,जहां प्लाई बोर्ड के दरवाजे बनाए जाते हैं, वहां पर दस्तावेज में खामियां पाई गई, इसके बाद शिव मोल्डिंग कंपनी जहां प्लास्टिक के ड्रम बनाए जाते हैं, वहां पर भी निरीक्षण किया गया एवं दस्तावेज चेक किए गए।

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