पूर्व मंत्री स्वर्गीय श्री लिखीराम कावरे की पुण्य तिथि पर प्रभारी मंत्री एवं खनिज मंत्री ने दी श्रद्धांजलि
बालाघाट (देवेन्द्र खरे) - दिव्यांगों को ट्रायसिकल का किया गया वितरण मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री स्वर्गीय श्री लिखीराम कावरे की 20 वीं पुण्य तिथि पर किरनापुर में आयोजित कार्यक्रम में आज 16 दिसम्बर को मध्यप्रदेश शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल एवं खनिज मंत्री श्री प्रदीप जायसवाल ने श्रद्धांजलि दी। इस कार्यक्रम में विधायक श्री टामलाल सहारे, श्री संजय उईके, श्री रामकिशोर कावरे, पूर्व सांसद श्री विश्वेश्वर भगत, पूर्व विधायक श्रीमती पुष्पलता कावरे, श्री अशोक सिंह सरस्वार, श्री भागवत भाऊ नगपुरे, श्री मधु भगत, पूर्व मंडी अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा बिसेन, श्री उदय सिंह नगपुरे, अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में आम जनता उपस्थित थी।
प्रभारी मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल ने इस अवसर स्वर्गीय श्री लिखीराम कावरे को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि स्वर्गीय श्री कावरे ने कभी अपनी चिंता नहीं की, बल्कि उन्हें गरीबों एवं सर्वहारा वर्ग के कल्याण की चिंता की और उनके लिए संघर्ष किया। आज के युवाओं को उनसे प्ररेणा लेने की जरूरत है कि जनसेवा के लिए कैसे समर्पित होकर कार्य किया जाता है। राजनीति का पहला उद्देश्य समाज सेवा ही होता है। राजनीति में आने के बाद समाज में भाईचारा बना रहे और सभी वर्गों का कल्याण हो, इस भावना से कार्य करना होता है। स्वर्गीय श्री कावरे ने इसी भावना के साथ कार्य किया और बहुत कम समय में राजनीति की उंचाईयों को छुआ। उनकी बेटी एवं मध्यप्रदेश विधानसभा की उपाध्यक्ष सुश्री हिना कावरे पर जिम्मेदारी है कि वे स्वर्गीय श्री कावरे के अधूरे कार्यों को आगे बढ़ायें और इय क्षेत्र के विकास को नये आयाम दे। हम सबका सहयोग हमेशा सुश्री हिना कावरे के साथ बना रहेगा।
प्रभारी मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ का स्वर्गीय श्री कावरे से बहुत स्नेह था। अपनी व्यस्ताओं के कारण वे इस कार्यक्रम में नहीं आ सके है, लेकिन उन्होंने अपने प्रतिनिधि भेजकर स्वर्गीय श्री कावरे को श्रद्धांजलि दी है। प्रभारी मंत्री श्री पटेल ने कहा कि आज 16 दिसम्बर को हमारा देश विजय दिवस भी मना रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी के नेतृत्व में भारत ने आज ही के दिन पाकिस्तान पर विजय प्राप्त की थी और बांग्लादेश का उदय हुआ था। श्रीमती इंदिरा गांधी ने कभी इसका श्रेय नहीं लिया, बल्कि देश की सेना को इस विजय का श्रेय दिया था। आज कुछ ताकतें देश को जाति-धर्म के नाम पर बांटने का काम कर रही है। हमें ऐसी ताकतों सावधान रहना है और सभी जाति धर्म के लोगों को आपस में मिलजुलकर रहना होगा। तभी विकास के रास्ते पर हम तेजी से बढ़ पायेंगें।
मध्यप्रदेश शासन के खनिज साधन मंत्री श्री प्रदीप जायसवाल ने इस अवसर पर कहा कि स्वर्गीय श्री लिखीराम कावरे ने कठिन संघर्ष के बाद राजनीति में बड़ा मुकाम हासिल किया था और बालाघाट जिले को एक नई पहचान दी। उन्होंने गरीबी से आगे बढ़कर किरनापुर एवं लांजी क्षेत्र को नई उंचाईयां दी है। मुझे उनके सानिध्य में काम करने का अवसर मिला, यह मेरा सौभाग्य है। उनसे राजनीति में बहुत कुछ सीखने मिला है। उन्होंने बिना किसी भेदभाव के सभी लोगों के काम किये। उनके विचारों एवं सपने को पूरा करना अब हम सबकी जिम्मेदारी है।
इस अवसर पर कावरे परिवार की ओर से 10 दिव्यांग जनों ग्राम कोकना के अनुभव भागड़कर, लवेरी के गोविंद प्रसाद कोसरे, कान्द्रीखुर्द के ब्रजलाल, लवेरी के शिवकुमार, मुंडेसरा की महिला मराठे, आमगांव के ब्रजलाल पांचे, गोपालपुर के प्रीतम मानेश्वर, कुम्हारी कला के प्रहलाद भिमटे व कृष्ण कुमार धनोते को ट्रायसिकल प्रदान की गई।
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