नागरिक संशोधन विधेयक के विरोधस्वरुप मुस्लिम समाजजनो ने मोन रैली निकालकर ज्ञापन सौंपकर विधेयक का किया विरोध | Nagrik sansodhan vidheyak ke virodh swarup muslim samajjano ne mon raily nikal kr gyapan sopa

नागरिक संशोधन विधेयक के विरोधस्वरुप मुस्लिम समाजजनो ने मोन रैली निकालकर ज्ञापन सौंपकर विधेयक का किया विरोध

नागरिक संशोधन विधेयक के विरोधस्वरुप मुस्लिम समाजजनो ने मोन रैली निकालकर ज्ञापन सौंपकर विधेयक का किया विरोध

आलीराजपुर (रफीक क़ुरैशी) - भारत सरकार द्वारा लाए गए नागरिक संशोधन विधेयक बिल को लेकर जिले के मुस्लिम समाजजनों ने शुक्रवार की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन करते हुए मोन रैली निकालकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन कलेक्टर प्रतिनिधि एसडीएम संजीव पाण्डे को सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि भारत सरकार द्धारा लाए गए नागरिक संशोधन विधेयक बिल मे कई विसंगतिया है, सरकार उक्त बिल को तत्काल वापस लें, बिल पर कंेद्र सरकार संसोधन कर पुनःविचार करे। इस अवसर पर जिलेभर के मुस्लिम समाज के सेकडो लोग मोजुद थे। 

नागरिक संशोधन विधेयक के विरोधस्वरुप मुस्लिम समाजजनो ने मोन रैली निकालकर ज्ञापन सौंपकर विधेयक का किया विरोध

मोन रैली नगर के प्रमुख मार्गो से निकाली

शुक्रवार की नमाज के बाद दोपहर को जिलेभर के मुस्लिम समाजजन स्थानिय जामा मस्जिद चैक पर जमा हुए। नागरिक संशोधन विधेयक बील के विरोधस्वरुप चैक से समाजजनो ने सेयदो सादात एवं मोलानाओ तथा वरिष्ठजनो की अगुवाई मे एक मोन रैली निकाली। रैली मे नगर के अलावा आसपास के अंचलो व शहरो से बडी संख्या मे मुस्लिम समाजजन उपस्थित हुए। रैली मे समाजजन नागरिक संशोधन विधेयक बील के विरोध मे हाथो मे तख्तीया लेकर चल रहे थे। रेली नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए कलेक्टोरेट कार्यालय पहुंची, जहां शहर काजी सेयद अफजल मियां साहब, सेयद हनिफ मियां, सेयद अशफाक मिया, सेयद मोहसीन बाबा ओर आलमाओ की मोजुदगी मे समाजजनो ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन एसडीएम संजीव पाण्डे को सौंपा। ज्ञापन का वाचन हाजी आरीफ ब्लोच ने किया। 

बिल लोकतंत्र तथा संविधान की मूल भावना के विरूद्ध

समाजजनो द्धारा सोपे गए ज्ञापन मे बिल कि विसंगतियां गिनाते हुए बताया गया हे कि उक्त बिल आर्टिकल 14 की मूलभावना के विरोध में है, जिसमें देश के तमाम नागरिकों को एक समान अधिकार दिया जाता है। यह बिल धर्म के नाम पर नागरिकता प्रदान करने की बात करता है जो संविधान की मूल भावना के विरोध में है। भारत के नागरिकों के मूलभूत अधिकार की अवहेलना करता है। बिल में मुसलमानों के साथ भेदभाव किया गया है। विधेयक धर्म को नागरिकता पाने का आधार बनाने वाला होकर साम्प्रदायिक व असवैधानिक है तथा भारत के धार्मिक बहुलवाद के खिलाफ है। लोकतंत्र तथा संविधान की मूल भावना के विरूद्ध है, इस काले कानुन से भारत गणराज्य में आपसी भाईचारा नष्ट हो जाएंगा तथा भारत की गंगा जमुनी तहजीब आपसी भाईचारे खत्म करने की साजिश और भारत को बाटने की नापाक कोशिश इस काले कानून के माध्यम से की जा रही है। इसलिए अलीराजपुर मुस्लिम समाज इसका पुरजोर विरोध करता है तथा ऐसे असवैधानिक कानून को वापस लिये जाने की मांग करता है। इस अवसर पर नगर के अलावा आसपास शहरो से बडी संख्या मे मुस्लिम समाजजन उपस्थित थे।

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