गढ़वाल समाज का युवक-युवती परिचय सम्मेलन बड़े धूमधाम से मनाया
बालाघाट (देवेन्द्र खरे) - बालाघाट में अखिल भारतीय गढ़वाल समाज के द्वारा युवक-युवती परिचय सम्मेलन बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया । समाज में एकता व अखंडता को विस्तारपूर्वक समझाया गया वह सामाजिक स्तर पर समस्त गढ़वाल समाज को उद्बोधन किया। बालाघाट (म.प्र.)समाज सेवा किसी भी रूप में कर रहे हैं। सभी की अपनी-अपनी सोच और तरीका होता है। कोई शिक्षा, विधवाओं, स्वास्थ्य, छात्र-छात्राओं की सहायता, धर्मशालाएं, मंदिर निर्माण, उद्यो हनग व्यापार ॠण की योजना के माध्यम से समाज सेवा से जुडे हैं, परन्तु आज समाज की सबसे बडी ज्वलंत समस्या युवक-युवतियों के विवाह सम्बन्धों की है। जिसमें देखा देखी में काफी समय व धन खर्च होता है जबकि आज की व्यवस्तम जिंदगी में समय का अभाव होता है!
युवक-युवतियों का यह परिचय सम्मेलन का आयोजन समाज के लिए कितना लाभप्रद होता है यह देशभर में हो रहे अनेकोनेक परिचय सम्मेलन के आयोजन में यह प्रयास कितना कारगार सिध्द हो रहा है जो अखिल भारतीय गड़ेवाल समाज ने युवक युवती परिचय सम्मेलन में देखने को मिला है। इस आयोजन में आने वाला कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं है जिसने अपनी जबान से इस परिचय सम्मेलन के बारे में सच्ची समाज सेवा की बात न कही हो, सम्मेलन स्थल पर जो भी आया वह व्यवस्था से लेकर भोजन तक के कार्यों की सहारना करते नहीं थका।
आगन्तुकों की राय यह रही कि यह परिचय सम्मेलन एक समाज सेवा के रूप में हुआ है, जहां दूर दराज से आने वाला हर व्यक्ति यह देखकर कि गड़ेवाळ समाज ने जो टीम बनाई वह बराबर अपने-अपने काम में लगी है किसी प्रकार का विवाद नहीं हो रहा है। जानकारियां भी बराबर मिल रही है। टीम के प्रतिनिधि बराबर मदद कर रहे हैं। इसके अलावा समाज सेवा का असली रूप यह है कि जो युवतियां इस परिचय सम्मेलन में आई वह उनके अभिभावक इतने खुश थे जो भी इस गढ़वाल समाज में ठहरने की व्यवस्था से लेकर चाय-नाश्ता-भोजन की व्यवस्था से लेकर अन्य व्यवस्था भी आवश्कता अनुसार की गई। युवक-युवतियां को गढ़वाल समाज ने जो । निःस्वार्थ भाव से सेवा की । वहीं परिचय सम्मेलन में आए हुए लोगों से पूछा गया तो उन्होंने बतलाया कि अभी तक के इतने परिचय सम्मेलन में गए इतना सम्मान कहीं नहीं मिला जितनी सेवा बालाघाट गढ़वाल समाज ने की है। अभिभावकों के साथ युवक-युवतियों की खासी उपस्थिति परिचय स्थल पर देखने को मिला
अभिभावकों से नूतन कला निकेतन भवन भरा रहा। सभी आपस में मिल जुलकर रिश्ते की बातचीत करते नजर आए । प्रत्याशियों को पसंद करते,तो कहीं युवक प्रत्याशी भी युवतियों से मिलकर अपने सम्बन्ध की बातें आपस में रख रहे थे। यह आयोजन गढ़वाल समाज बंधुओं व अभिभावकों की भीड बाहर खडे होकर इस नजारे को देख रहे थे। सम्मेलन में युवक-युवतियों की आपस की झिझक दूर होती देखी गई। जब पांच-सात युवतियां एकसाथ समूह में प्रत्याशी युवक के सामने पहुंची तो युवक प्रत्याशी की असमंजस की स्थिति बन गई कि वह किससे बात करे। इतनी युवतियां जब उसके सामने पहुंची तो प्रत्याशी युवक अपनी पसंद किसे बताए यह बात युवती के सामने भी थी तो उन्होंने अपने अभिभावकों को बताया कि मुझे वह लडका पसंद है तो युवक ने कहा कि वह लडकी पसंद है फिर अभिभावकों का दौर चला तो चर्चा के बीच में परामर्शदाता ने अपनी कोशिश की जिससे झट से एक सम्बन्ध तय हो गया। युवक-युवतियों के सम्बन्ध तय होने की घोषणा हुई उनको स्टेज पर बुलाकर दोनों का सम्मान किया। इसमें परामर्शदाता ने अहम भूमिका निभाई। जहां गढ़वाल समाज बंधुओं ने जोड़ी मिलान कर सफल जोड़ी के लिए सम्मान में ताली बजाकर आशीर्वाद दिया। वहीं परिचय सम्मेलन में सम्मिलित जोड़ी के अभिभावकों को भी गढ़वाल समाज के आयोजकों ने मंच पर सम्मान किया। परिचय सम्मेलन की सफलता पर हर कोई मोहर लगा रहा था तभी कार्यक्रम के समापन के समय अखिल भारतीय अग्रवाल समाज के द्वारा समस्त दूर दराज से आए हुए समस्त गढ़वाल समाज के सामाजिक युवक-युवती एवं अभिभावक का आभार जताया इसमें मुख्य रूप से उपस्थित डॉक्टर नीलम चंद्र श्री पांडे प्रदीप सिंह खरे कुलदीप परिमल राजेश नागवंशी चंद्र कुमार ब्रह्म सुनील ब्रमह् किशोर दीनेवार हितेश अजीत प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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