8 माह से सामुदायिक स्वास्थ केंद्र प्रभारी बीएमओ के भरोसे | 8 mah se samudayik swasth kendra prabhari bmo ke bharose
8 माह से सामुदायिक स्वास्थ केंद्र प्रभारी बीएमओ के भरोसे
आमला (रोहित दुबे) - शहर का एकमात्र सरकारी दवाखाना मतलब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिछले आठ महीनों से प्रभारी बी एम ओ के भरोसे है ।पूर्व बी एम ओ बी पी चोरियां के सेवानिर्वतः होने के बाद बोरदेही से आमला अस्पताल अटैच किये गए अशोक नरवरे को प्रभारी बी एम ओ का चार्ज दे दिया गया ।जिसके बाद आठ महीनों से अस्पताल प्रभारी बी एम ओ के भरोसे है ।वही स्थाई बी एम ओ नही होने से आमजनों को परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है । अस्पताल में बुजुर्गों सहित लोगो से अभद्रता से अभद्रता करने के मामले सामने आए ।प्रभारी बी एम ओ द्वारा कार्यवाही नही करने पर 181 पर भी शिकायते पीड़ित लोगों ने की।दूसरी ओर प्रभारी बी एम ओ ने अस्पताल के छोटे से कम्पाउंड में आमजनों के साथ पार्किंग शुल्क वसूली शुरू करवा दी ।अगर अस्पताल में कोई मरीज को लेकर आये तो 10 रुपये बाइक का लिया जा रहा ।वही दूसरी ओर अस्पताल में पदस्थ स्टाफ जो ग्रामीण इलाकों में पदस्थ है वह मुख्यालय पर न रहकर अन्य शहरों से अपडाउन कर रहै है ।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बी सी एम ससुन्दरा ग्राम में जाकर प्राइवेट क्लिनिक का संचालन कर रहे है ।जबकी यह नियम विरुद्ध है ।लेकिन प्रभारी बी एम ओ को जानकारी होने के बाद वह कोई कार्यवाही नही कर पा रहे ।
बोरदेही अस्पताल आयुष डॉक्टर के भरोसे
दूसरी तरफ बोरदेही अस्पताल एम बी एस अशोक नरवरे के आमला अटैच के बाद आयुष डॉक्टर आशीष बंशकर के भरोसे है ।बोरदेही टप्पा तहसील है ।और सैकड़ो ग्रामो के हजारो लोग बोरदेही अस्पताल के भरोसे है ।लेकिन ओपचारिकता निभाते हुए बोरदेही के अशोक नरवरे को आमला बी एम ओ बनाकर 3 दिन आमला 3 दिन बोरदेही बताया जा रहा ,लेकिन वास्तविकता देखे तो कुछ और बया कर रही ।बोरदेही अस्पताल में सैकड़ों लोग रोजाना उपचार हेतु आते है व दुर्घटना ,डिलेवरी प्रकरणों में आमला रिफर कर दिया जाता है ।इससे अंदाज लगाया जा सकता है कि ब्लाक की स्वास्थ सुविधा भगवान भरोसे है ।
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