जयस संगठन ने टंटिया मामा की 130 वा सहादत दिवस मनाया
मनावर (पवन प्रजापत) - जयस संगठन ने शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय प्रांगण मे संचालित जय बिरसा कोचिंग मे टंटिया मामा की पुण्यतिथि पर जयस संगठन और लगभग 200-छात्र -छात्राओं ने मामा टंटिया की प्रतिमा को फूल माला से सद्दा सुमन अर्पित कर मोन टरखा !कार्यक्रम का संचालन विधानसभा जयस प्रभारी सुनील चौहान ने किया, जयस प्रभारी सुनील चौहान ने कहाँ की -टंटिया मामा भारत रॉबिनहुड के नाम से विख्यात आदिवासी जननायक जिनके नाम से अंग्रेजो के पसीने छूट जाते थे थर थर कांपते थे ,,सामंतवादी कोसो दूर भागते थे सिर्फ नाम ही काफी था टंट्या भील 'अंग्रेजो और सामंतवादी के अत्यचारो से रक्षा करते थे !उनका लुटा हुआ अन्न धन उन्ही से लूट कर आदिवासी और गरीबो में बाटते थे !जिससे अंग्रेज और सामंतवादी परेशान थे उन्हें पकड़ने लिए लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा दिया था पर पहाड़ो के राजा छापामार गोरिला कबीलाई युद्ध मे निपुण थे !
जिनके कारण उन्हें अंग्रेजो ने मान सम्मान से !
इंडियन रॉबिनहुड की महान उपाधि से नवाजा गया था वो अपना काफिला बदलते रहते थे परेशान होकर अंगेजो ने उन्हें पकड़वाने का इनाम घोषित कर रखा था ,,उसी इनाम के लालच में उन्ही के दलाल साथी ने गुप्त स्थान का पता बता दिया उन्हें पकड़ लिया गया और 4 दिसम्बर 1889 के दिन उन्हें फांसी पर लटका दिया गया उन्हें के अधूरे सपनो को पूरा करने के लिए आज पूरे भारत मे आदिवासी समुदाय उनके नक्शे कदम उनके आदर्शों को लेकर जल जंगल जमीन ,हक अधिकार की लड़ाई जारी रखे हुये है 4 दिसम्बर शहादत दिवस पर उक्त कार्यक्रम मे जयस प्रभारी सुनील चौहान, विधायक प्रतिनिधि श्री देवेंद्र मंडलोई जी दरबार, राष्ट्रीय जयस महा सचिव गेंदालाल रंधावा, सुनील चौहान स्टार, मोहन बुंदेला, प्रेम मौर्य,केलाश मंडलोई, किराड़े सुनील इश्के, विक्रम सिंह इस्के आकाश वशुनीया सुनील अलावा एवं जयस संगठन के सभी कार्यकर्त्ता एवं बिरसा कोचिंग क्लासेस के छात्र -छात्रा उपस्थित हुए !कार्यक्रम का आभार जयस महा सचिव गेंदालाल रंधावा जी ने माना !
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