नरसी मेहता को भगवान ने 52 बार दर्शन देकर धन्य कर दिया
धामनोद (मुकेश सोडानी) - जब किसी स्थान पर भगवान की कथा होती है, तब वहां भक्त यजमान हो सकता है, लेकिन जब भक्त की कथा हो तब भगवान स्वयं यजमान होकर कथा श्रवण करने उपस्थित होते है। यहां आप सभी के हृदय में विराजमान मेरे प्रभु को प्रणाम है। बरसाने की राधिका, नंदगांव के श्याम, ऐसे पालनहार को बारम्बार प्रणाम। भगवान भक्त की सच्ची पुकार पर सेवक बन जाएं। यह प्रभु की कृपा ही है। ऐसे ही भक्त नरसी मेहता को भगवान ने 52 बार दर्शन देकर धन्य कर दिया। यह बात शुक्रवार को बालाजी मंदिर में आयोजित नानी बाई रो मायरो कथा के प्रथम दिवस पर कथावाचक श्याम दास महाराज ने कही उन्होंने कहा कि मनुष्य के हृदय में ईश्वर के प्रति सधाा प्रेम होना चाहिए। हम भगवान के दर्शन के पहले अपने श्रृंगार पर ज्यादा ध्यान देते हैं। उन्होंने कहा कि नानी बाई के बचपन में उन्हें नानी कहते थे, उनका वास्तविक नाम हरिनंदा था। कथा के पहले शोभायात्रा सर्वमंगला मंदिर से कथा स्थल पहुंची। कथा के दौरान बड़ी संख्या में महिला एवं पुरुष उपस्थित थे आयोजित सदस्यों ने श्रद्घालुओं से कथा में शामिल होने की अपील की है। श्री पारेश्वर सेवाधाम आश्रम (ओम शांति आश्रम) के जीर्णोद्धार हेतु तीन दिवसीय संगीतमय नानी बाई रो मायरो का आयोजन किया गया है यह कथा दिनांक- 3 से 5 नवंबर तक रहेगी कथा का समय दोपहर 12:30 से 4:00 बजे तक बालाजी मंदिर परिसर में रहेगा -कथा श्यामसुंदर दास जी (बापू जी) के परम कृपा पात्र शिष्य प्रखर ओजस्वी वक्तासंत श्री श्याम दासके द्वारा रसपान कराया जा रहा है बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
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