आएँगी प्रख्यात भजन और गरबा गायक शहनाज अख्तर
हजारो लोगों ने आस्था के महाकुंभ केँ दर्शन किये
आस्थाओं केँ समुद्र में भक्तिरस का मंथन
छठे दिन खचाखच भरा पंडाल ,प्रवेश द्वार से लेकर गरबा पंडाल ने लिया लघु कुंभ का स्वरूप
मेघनगर (जिया उल हक क़ादरी) - प्रसिद्ध भजन और गरबा गायक शहनाज अख्तर आज मध्य प्रदेश केँ प्रसिद्ध तीर्थस्थल श्रीवनेश्वर मारूति नँदन हनुमान मंदिर फ़ूटतालाब केँ भव्य गरबामहोत्सव में अपनी प्रस्तुतियाँ देगी l आयोजन को लेकर प्रतिदिन बढ़ती भीड़ केँ चलते अयोजकों को आयोजन के पहले और चलते आयोजन में बैठक केँ लिए चारो तरफ ऊँचें ऊँचें मंच बनाना पड़ रहे है l नृत्य नाटिकाओं में रात शिव तांडव की मनभावन प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया l श्री वनेश्वर मारूती नंदन हनुमान मंदिर समिति के मार्गदर्शक और प्रदेश के समाजसेवी सुरेशचंद्र पुरणमल जैन के अथक प्रयासों से सतत दसवें वर्ष आयोजित गरबा महोत्सव फुटतालाब नित नये इतिहास रच रहा है। प्रदेश के कईं जिलों से प्रतिदिन यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुच कर इस आयोजन को मध्यप्रदेश के शिर्षस्थ आयोजन की उपमा दे रहे है। आयोजन के छटे दिन शुक्रवार रात्री को आयोजन स्थल पर दर्शक दिर्घा के रूप में की गई सारी व्यवस्थाएं छोटी दिखाई पढने लगी व पूरा पांडाल श्रद्धालुओं की भारी भीड से भर गया। जिसनें आयोजन समिति को आगामी दिनों में नए स्तर से और अधिक बैठक व्यवस्थाएं जुटाने का संदेश दिया। वंही गरबा पांडाल में माता की उपासना में गरबे करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ने भी अपनी आस्थाओं के आगे गरबा पांडाल को भी छोटा साबित कर दिया। श्रद्धालुओं की अपार उपस्थिती फुटतालाब में किसी मिनी कुंभ के नजारे से कमतर नही रही।
आयोजन को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने की रखी जा रही निंव
अदभुत संयोजन, अकल्पनीय स्नेह, अविश्वसनीय अनुशासन और आने वाले हर अतिथि का आदर्श रूप में सम्मान यें दृश्य इन दिनों मध्यप्रदेश की पावन धरा श्री वनेश्वर मारुती नंदन हनुमान मंदिर फुटतालाब में चल रहें धार्मिक लोकतंत्र नवरात्री महोत्सव फुटतालाब में प्रतिदिन अवतरित हो रहे हैं। प्रतिदिन माँ की महाआरती के पूर्व फुटतालाब में विराजित श्रीरामभक्त हनुमान की महाआरती की जा रही है। महाआरती में भी प्रदेश के कई जिलो के लोग अगाध आस्था और श्रद्धा के साथ सम्मलित हो रहे हैं। दर्शनों के लिए भक्तो का तांता लग रहा हैं। आयोजन स्थल के बीच में बने मंच पर भारत के जाने माने कलाकारों की संगीतमय प्रस्तुती और गरबों की धुन पर थिरकते हजारों कदमों का तालमेल यहां पर देखते ही बन रहा है। हर 10 मिनट में एक नया दल अपनी उच्च स्तरीय प्रस्तुती लेकर रंग बिरंगे परिधानों में मंच पर उपस्थित दिखाई देता है। प्रस्तुती समाप्त होने के बाद हजारों तालियों से गुंजता फुटतालाब का गरबा पांडाल भारत की धार्मिक संस्कृति को मजबुत करने का आह्वान करता है। इस वर्ष भी बाहर के कलाकारों के साथ स्थानीय दलों की प्रस्तुतीयां भी लोगो के आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। छोटे छोटे ग्रामीण बच्चों द्वारा प्रतिदिन अपनी प्रस्तुतीयों में नित नए प्रयोग कर आयोजन को प्रदेश स्तर से राष्टीय स्तर पर स्थापीत करने की निंव रखी जा रही है। वंही बाहर से आए कलाकारों की प्रस्तुती मे राजस्थानी, मालवी व गुजरात की काठियावाडी त्रिवेणी संगम देखने को मिल रहा है।