कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बडे-बडे नेताओं का झाबुआ में आने का क्रम प्रारंभ
झाबुआ (मनीष कुमट) - विधानसभा के लिये हो रहे उपचुनाव में चुनावी प्रचार ने अब जौर पकडना प्रारंभ कर दिया है । कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बडे-बडे नेताओं का झाबुआ में आने का क्रम प्रारंभ हो गया है दोनो ही दलों के कई मंत्री, विधायक, पूर्व मंत्री, सांसद झाबुआ मेें अलग अलग क्षेत्रों में डेरा डाले हुए है ।
कांग्रेस की और से चुनाव प्रचार करने में बडे स्तर पर प्रदेश के मंत्रीगण जुटे हुए है जिनमें प्रमुख रूप से नर्मदा घाटी विकास और झाबुआ जिले के प्रभारी मंत्री सुरेन्द्रसिंह हनी बघेल, गृह मंत्री बाला बच्चन, पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल, उच्चशिक्षा मंत्री जीतू पटवारी, जनसंपर्क, कानून और धर्मस्व मंत्री पी.सी शर्मा, नगरीय निकाय मंत्री जयवर्धनसिंह आदि झाबुआ मेें डेरा डाले हुए है इसके अलावा कई विधायक भी यहां पर प्रचार कार्य में जुटे है कांग्रेस के इंदौर, भोपाल, मंदसौर, रतलाम, धार, खरगौन, आलिराजपुर आदि जिलों के कई पदाधिकारी भी प्रचार मेें जुटे हुए है । मुख्यमंत्री कमलनाथ अभी तक चार बार दौरा कर चुके है और पांचवी बार 19 अक्टोबर को फिर से रानापुर मेें चुनावी सभा को संबोधित करने आने वाले है ।
भारतीय जनता पार्टी की और से प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह यहा पर निरन्तर प्रचार में जुटै है। इंदौर के विधायक रमेश मेंदौला,उषा ठाकुर, महेन्द्र हार्डिया, सांसद गुमानसिंह डामोर, नन्दकुमारसिंह चैहान, गजेन्द्र पटेल, छतरसिंह दरबार, रंजना बघेल, चेतन्य कश्यप,सुहास भगत, संगठन मंत्री जयपालसिंह चावडा सहित भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारी यहां पर प्रचार कार्य में जुटे हुए है । आने वाले दिनों में शिवराजसिंह चैहान, सुमित्रा महाजन, कैलाश विजयवर्गीय के दौरे होने वाले है। कुल मिलाकर झाबुआ राजनैति का अखाडा बन चुका है। झाबुआ की तमाम होटले, सरकारी डाक बंगले, सर्किट हाउस सभी फुल बुकिंग पर चल रहे है । सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से भारी पुलिस बल झाबुआ विधानसभा क्षेत्र में जगह जगह तैनात है । कांग्रेस और भाजपा दोनो ही दलों के नेता अपनी अपनी जीत का दावा कर रहे है। जनता कहती है जितेगा तो भूरिया ही अब कौन सा भूरिया क्योकि दोनो पार्टीयों के उम्मीदवार कांतिलाल भूरिया कांग्रेस और भानु भूरिया भाजपा है । ऐसे में मामला दिलचस्प हो गया है। दोनो ही पार्टीयों के द्वारा बूथ लेवल पर ज्यादा मेनेजमेंट को लेकर जौर दिया जा रहा है। गांव गांव मेें खाटला बैठकों का दौर चल रहा है झाबुआ विधानसभा के प्रमुख क्षेत्र रानापुर, कल्याणपुरा, पिटोल क्षेत्रों में अधिक फोकस किया जा रहा है कांग्रेस भाजपा की अयोध्या कल्याणपुरा पर ज्यादा ध्यान केंन्द्रीत कर सेंध लगाने की जुगत में है तो भाजपा रानापुर क्षेत्र में अपनी पकड मजबूत करने पर ध्यान दे रही है। ऐसे में आलिराजपुर क्षेत्र के बोरी के 36 बूथ पर आलिराजपुर के कांग्रेस और भाजपा नेताओं ने कमान संभाल रखी है ।
दूसरी और दोनों ही पार्टीयों के लिये मतदाताओं के पलायन की समस्या बडी विकराल रूप से खडी है इन दिनों सोयाबिन की फसल कटाई के लिये बडी संख्या में आदिवासी मजदूर जिले से पलायन कर रहे है गुजरात,राजस्थान और मध्य प्रदेष के कई हिस्सो में बडी संख्या मेें आदिवासी प्रतिदिन रोजगार के लिये जा रहे है ऐसे में अधिक मतदान को लेकर जिला प्रषासन ने कई सरकारी अधिकारीयों की टीमों को गुजरात भेजा है ताकि वहां से मजदूर मतदान के समय झाबुआ आकर मतदान कर सके । झाबुआ विधानसभा के कई युवा मतदाता बडी संख्या में इंदौर में पढाई भी करते है ऐसे में उन्हे भी झाबुआ लाकर मतदान कराना एक चुनौती है । कुल मिलाकर झाबुआ विधानसभा के लिये हो रहा उपचुनाव कांग्रेस और भाजपा के लिये प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है और लडाई कश्मकश हो गई है।
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