छोटे बड़े नोटों में उलझे व्यापारी बैंक कहती है जमाकर अलग-अलग लाओ | Chhote bade noto main uljhe vyapari

छोटे बड़े नोटों में उलझे व्यापारी बैंक कहती है जमाकर अलग-अलग लाओ

छोटे बड़े नोटों में उलझे व्यापारी बैंक कहती है जमाकर अलग-अलग लाओ

धामनोद (मुकेश सोडानी) - इन दिनों नगर के व्यापारियों को सौ पचास  तथा दस के भिन्न नोटों को लेकर परेशानी का सामना उठाना पड़ रहा है गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद 1000 और 500 के पुराने नोट तो बंद हो गए लेकिन 100 और 50 तथा 10 के  पुराने  नोट का प्रचलन  आज भी जारी है  साथ नए नोटों को भी बाजार में उतार दिया गया अब पुराने नोटों की लंबाई चौड़ाई एवं नए नोटों की लंबाई चौड़ाई में काफी भिन्नता है जिससे व्यापारी परेशान हो रहे है नगर के व्यापारी जगदीश मूंदड़ा मुकेश सोडानी आदि ने बताया कि नोटों की साइज में भिन्नता को लेकर परेशानी का सामना उठाना पड़ रहा है

बैंक कर्मी कहते हैं अलग-अलग जमा कर लाओ व्यापारियों के लिए यह सब मुश्किल

नगर की  बैंकों में जब व्यापारी राशि जमा करने के लिए जाते हैं तो 100एंव  50 के नोटों को अलग-अलग जमा कर लाने की बात कही जाती है जबकि यह संभव नहीं क्योंकि व्यापारी के पास प्रतिदिन अलग-अलग माध्यम से खेरची में धनराशि एकत्र की जाती है यदि इस प्रकार से अलग-अलग नोट को जमाने में व्यापारी को  काफी समय लग जाएगा जो व्यापारियों के लिए मुमकिन नहीं

दस के नोट में सबसे ज्यादा परेशान

सबसे ज्यादा परेशानी का सामना 10 के नोटों को लेकर उठाना पड़ रहा है क्योंकि 10 के नोट् सबसे अधिक बाजार में अभी आ रहे हैं छोटे बड़े नोटों के कारण व्यापारी उन्हें जमा नहीं पा रहे हैं यही नहीं बैंक कर्मियों का तो कहना है कि एक सिरे से नहीं नए नोट की गड्डी अलग तथा पुराने नोट की गड्डी अलग ही होना चाहिए जबकि यह हर व्यापारी के लिए संभव नहीं

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