भक्ति की असँख्य रश्मियों के बीच भक्ति की ऊंचाईयों को छू रहा आयोजन | Bhakti ki asankhy rashmiyo ke bich bhakti
भक्ति की असँख्य रश्मियों के बीच भक्ति की ऊंचाईयों को छू रहा आयोजन
फ़ूटतालाब ग्रामीण अंचलों से हजारों की संख्या में पहुँच रही मातृशक्ति....बाल हनुमान की लीलाओं की प्रस्तुतियो ने जगाया भक्ति का जीवंत स्वरूप
रोजाना 8 बजे प्रारंभ होगा गरबोत्सव
मेघनगर - तीसरा दिन, हजारो की उपस्थिति , माँ की भक्ति का गहरा और जगमग उजास और माँ की भक्ति में चमकती हजारो रश्मियाँ , ये सबकुक प्रदेश के प्रसिद्ध तीर्थस्थल श्रीवनेश्वर मारुति नँदन हनुमान मंदिर में चल रहे भव्य गरबोत्सव में तीसरे दिन देखेनें को मिला l पिछले 10 वर्षों से भक्ति के नित नयम आयामो को सुशोभित करते हुए फ़ूटतालाब के आयोजन में इस बार स्थानीय ग्रामीण माताएँ बहने बड़ी संख्या में उत्साह के गरबारास और माँ की आराधना केँ लिए दूर दूर से पहुँच रही हैँ l भक्ति के नए सोपानों के साथ प्रदेश के मानचित्र में गहरे होते इस आयोजन में गरबा करते प्रतिबिंब गहरी रात में आकाश केँ तारो की तरह दिखाई देते है l माँ की भक्ति करते इन शाश्वत तारो के साथ काला आसमान धीरे धीरे नीला और फिर भक्ति केँ रंग में लाल होता दिखाई देता है और संपूर्णता की ओर बढ़ते हुए माँ की चुनर की तरह लाल हो जाता हैं....इंदौर अहमदाबाद और बड़ौदा केँ शीर्ष कलाकारों केँ साथ फ़ूटतालाब मे गरबा करते स्थानीय समूहों का उत्साह देखते ही बन रहा है l अलग अलग वेशभूषाओं में भारत के धार्मिक महत्व को समझाती झाँकियों के रूपो में गरबा करते असंखय श्रद्धालुओं को देखने सारंगी , थांदला , काकनवानी , रानापुर , अलीराजपुर , बदनावर , कुशलगढ़ और दाहोद से भी लोग पहुँच रहे है l आयोजन में श्रीगणेश केँ पवित्र स्वरूपो की प्रस्तुतियाँ लोगो को आकर्षित करती रही और बाल हनुमान की लीलाओं की प्रस्तुतियो ने भी उपस्थित जनसमुदाय में भक्ति के जीवंत स्वरूप को स्थाई कर दिया l
आयोजन सामिति के सदस्य श्री सुरेशचंद्र पूरणमल जैन और सभी सदस्यों ने प्रदेश के साथ नगर और जिले की जनता से भी आयोजन में आने का विनम्र आग्रह किया हैँ....
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