एसपी विनीत जैन व सांसद डामोर के प्रयासों से छह वर्ष बाद घर पहुंचा बालक
झाबुआ/पिटोल (अली असगर बोहरा) - आज से करीब 6 वर्ष पहले अपने पिता के डांटने पर युवक प्रवीण पिता समसु निवासी पिटोल ने अपना घर छोड़ दिया था। नासमझी के कारण प्रवीण घर से बस स्टैंड पहुंचा और बस में बैठकर दाहोद पहुंचा और वहां से रेल सफर कर हिमाचल प्रदेश के कुल्लु मनाली पहुंच गया। वहां के निजी होटलों में नौकरी करने वह इतने वर्र्ष तक हिमाचल प्रदेश में रहने के कारण युवक प्रवीण वहां की भाषा सीख गया। वैसे प्रवीण अशिक्षित है इसके बाद उनसे वहां पर लोकल स्तर पर दोस्ती की जिसके बाद उसके दोस्त को बताया कि वह झाबुआ जिले के पिटोल गांव का निवासी है तथा समसू का बेटा है इसके बाद उसके दोस्त ने फैसबुक पर पिटोल सर्च कर यहां के बैंडवाले को फ्रेंड बनाकर सारा वाक्या बताया और उक्त डीजे वाले की प्रोफाइल पर नंबर सर्च किया और डीजे वाले से बात करके बताया कि मैं पिटोल के समसू का बेटा हूं और बहुत दूर यहां मनाली में हूं तब डीजे वाले ने दूसरे दिन समसू के घर जाकर उसकी उसके बेटे प्रवीण से बात करवाई और उसकी मां और परिवार वालों से भी बात की तब पुलिस अधीक्षक विनीत जैन झाबुआ एवं सांसद गुमान सिंह डामोर से इस मामले में मदद करने की गुहार लगाई तब दोनों ही महानुभाव ने सहयोग किया और उनको लाने के लिए ट्रेन में टिकट करवा उसके परिवार वाले एवं एक एएसआई और एक आरक्षक को प्रवीण को लेने के लिए रवानगी दी और आज सुबह ७ बजे जब पुलिस कर्मी प्रवीण को लेकर पिटोल पहुंचे तो उसकी मां बस स्टैंड पर पहले से ही खड़ी थी और उसने प्रवीण से मिलकर भावुक हुई और उसे गलाकर कहा कि मेरा बेटा आ गया है इसलिए कई मन्नते उतारेगी।
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