शिक्षक भेरूसिंह चौहान की सेवानिवृत्ति पर हुआ विदाई समारोह | Shikshak bherusingh chouhan ki sevanivratti pr hua vidai samaroh

शिक्षक भेरूसिंह चौहान की सेवानिवृत्ति पर हुआ विदाई समारोह, संस्था प्राचार्य एवं स्टॉफ की ओर से प्रदान किया अभिनंदन-पत्र

शिक्षक भेरूसिंह चौहान की सेवानिवृत्ति पर हुआ विदाई समारोह

झाबुआ (अली असगर बोहरा) - शासकीय बालक उमा विद्यालय रातीतलाई के उच्च श्रेणी षिक्षक भेरूसिंह चौहान के सेवानिवृत्त होने पर स्कूल प्रबंधन की ओर से विदाई समारोह का आयोजन स्थानीय निजी रेस्टोरेंट के सभा कक्ष में किया गया। जिसमें संस्था प्राचार्य एवं स्टॉफ के समस्त षिक्षक-षिक्षिकाओं ने उनका अभिनंदन-पत्र देकर सम्मान कर विदाई दी।

सर्वप्रथम श्री चौहान को संस्था के नवागत प्राचार्य रविन्द्रसिंह सिसौदिया एवं पूर्व प्रभारी प्राचार्य श्रीमती शीला सिसौदिया ने पुष्प गुच्छ प्रदान किया। बाद समस्त रातीतलाई स्कूल प्रबंधन की ओर से संस्था प्राचार्य श्री सिसोदिया ने उनको शाल ओढ़कार, श्रीफल भेंटकर अभिनंदन पत्र प्रदान किया। साथ ही उपहार भी भेंट किया। इस अवसर पर प्राचार्य श्री सिसौदिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि भेरूसिंह चौहान एक ऐसे शख्स है, जिनकी कमी संस्था को हमेषा महसूस होती रहेगी। इनकी भरपाई करना शायद संभव नहीं है। आप सरल, सहज, मृदुभाषी, हंसमुख, मधुर व्यवहार के धनी है। आप विद्यार्थियों को अध्यापन कार्य के अतिरिक्त अन्य कार्यों में भी तन-मन के साथ अग्रणी रहते थे। संस्था में प्रतिदिन समय पर प्रार्थना करवाना, स्नेह सम्मेलन की गतिविधियां, खेलकूद, साहित्यिक गतिविधियों में आपका सहयोग अतुलनीय रहा। आपने जिले ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर भी स्कूल के विद्यार्थियां को पुरस्कार दिलवाकर संस्था का नाम गौरवान्वित किया। 

संस्था प्राचार्य एवं स्टॉफ का मिला भरपूर सहयोग

इस दौरान षिक्षक श्री चौहान ने भी अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि मुझे अध्यापन या किसी भी कार्य में जब भी संस्था के स्टॉफ की सहयोग की आवष्यकता हुई, तब प्राचार्य एवं स्टॉफ ने मुझे भरपूर सहयोग प्रदान किया। जीवन में सदैव संघर्ष रहा और आज भी संघर्षरत हूॅ। उन्होंने बताया कि सेवाकाल में कभी भी अनावष्यक लंबा अवकाष नहीं लिया। साहित्यकार श्री चौहान ने अपनी स्वरचित काव्य रचना ‘मैं नहीं हुआ रिटायर्ड’ सुनाकर उपस्थित सभीजनों के ह्रदय को स्पंदन किया। इस अवसर पर श्री चौहान की धर्मपत्नि श्रीमती ज्योतसना चौहान ने भी अपने विचार रखे।

ढोल के साथ निवास तक निकाला विदाई जुलूस

बाद सभी ने उनके साथ ढोल पर नृत्य किया एवं ढोल के साथ निवास स्थल तक जुलूस के रूप में विदाई दी। विदाई समारोह का संचालन संस्था के षिक्षक मुकेष जोषी ने किया। इस अवसर पर विद्यालय से स्थानांतरित होकर गए लेखापाल लोकेन्द्रसिंह सोलंकी एवं षिक्षिका सीमा त्रिवेदी को भी प्रतीक चिन्ह देकर संस्था से विदाई दी। कार्यक्रम में प्राथमिक, माध्यमिक एवं हायर सेकेंडरी स्कूल का समस्त स्टॉफ उपस्थित रहा। 

Post a Comment

Previous Post Next Post