पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष ने वन विभाग के डीएफओ पर लगाए गंभीर आरोप, वन मंत्री को जाँच के लिए लिखा पत्र
मुरैना (संजय दीक्षित) - कांग्रेस नेता व पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अजीत जाटव ने वन विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए वन मंत्री मध्यप्रदेश को पत्र लिखा है। जिसमें डीएफओ की पदस्थापना संबंधी आरोप लगाते हुए सारी बात कही गई है ।श्री जाटव ने वन मंत्री को पत्र में संबोधित करते हुए लिखा है कि वन बल प्रमुख एवं राज्य शासन द्वारा पत्र क्रमांक f-305 25 जुलाई 2019 जारी कर मुरैना डीएफओ पीड़ी ग्रेबियल का ट्रांसफर किया गया था।जिसे लेकर आज तक उन्हें रिलीव नहीं किया जा सका है।श्री जाटव ने शिकायत की है कि वनरक्षक बृजेश माझी का ट्रांसफर कुथियाना घाट पर किया जा चुका है, लेकिन डीएफओ ने उन्हें देवरी ईको सेंटर पर ही रखा हुआ है।इसके बाद प्रभारी मंत्री ने जिस सब रेंजर मुन्ना लाल जाटव को कैलारस में पदस्थ किया था और जिस डिप्टी रेंजर जितेंद्र सोलंकी को पहाड़ गढ़ में पदस्थ किया था, उन दोनों कर्मचारियों को डीएफओ ने वन जांच नाके पर तैनात करके रखा है। श्री जाटव ने बताया कि वन मंडल में हो रहे भ्रष्टाचार की जानकारी 20/5/19 को माँगी गयी थी लेकिन आज दिनाँक तक नही दी गयी हैं।रतिराम नंदा भृत्य के पद पर पदस्थ हैं उसको किसी भी चीज की जानकारी नही है फिर भी डीएफओ ने रतिराम को स्थापना का प्रभारी बना दिया है।इसके बाद अनावश्यक अटैचमेंट पर भी आपत्ति जताते हुए वन मंत्री को लिखे पत्र में श्री जाटव ने बताया है कि डीएफओ के द्वारा कार्यालय में काम के लिए निजी लोगों को नौकरी पर रखा है ।इसके अलावा जिन महिला वन कर्मियों को फील्ड में पोस्टिंग दी जानी थी उन्हें भी विभिन्न कार्यालयों में पदस्थापना दी गई है ।श्री जाटव ने वन मंत्री से आरोपों की जांच निष्पक्ष रूप से कराने का आग्रह किया है।
Tags
murena