नर्मदा पुल से बढ़ती घटनाओं की रोकथाम के लिए तहसीलदार ने लिखी थी चिट्ठी
धामनोद (मुकेश सोडानी) - थाना क्षेत्र के ग्राम खलघाट से गुजरती नर्मदा नदी खूबसूरती के लिए पहचानी जाती थी लेकिन धीरे धीरे अब इसकी पहचान सुसाइड पॉइंट के रूप में बन रही है यहां लोग अब घूमने की बजाय आत्महत्या करने भी आने लगे हैं।खबरों के बढ़ रही अनुसार आत्महत्याओं की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन ने नदी पर बने पुलों पर दोनों लोहे की जाली लगाने की पहल की बात की थी लेकिन सुधार के कोई प्रयास नहीं किए गए बतादे की पिछले ।
एक साल में एक से डेढ़ दर्जन घटनाएं यहां पर हुई है जिसमे कुछ लोगों ने आत्महत्या कर ली है, जबकि कुछ को नाविकों ने बचा लिया था
इधर प्रशासनिक अधिकारी ने कहा था जल्द ही पत्र लिखकर जाली लगाएंगे
पूर्व में थाना प्रभारी दिलीप सिंह चौधरी ने बताया था की नर्मदा सेतु पर घटनायें बड़ रही है पूर्व में भी कई घटनाएं यहां पर हुई है। इसके लिए पुल के दोनों तरफ मुर्गा जाली लगा देना चाहिए। जिससे घटनाओं पर अंकुश लग जाए साथ तहसीलदार अजमेर सिंह गोड़ ने बताया था कि शीघ्र ही विभाग को पत्र लिखकर जाली लगाने के लिए कहा जाएगा लेकिन नतीजा सिफर रहा
थाना क्षेत्र भी बदल जाता है
दरअसल ब्रिज भी 2 जिलों की सीमा पर हैं ऐसे में कई बार पुलिस थानों में मामले को लेकर भी उलझन हो जाती है साथ ही आत्महत्या का प्रयास करने वाला कई बार वह कर इतनी दूर निकल जाता है कि दूसरी थाना क्षेत्र में की सीमा में चले जाता है।
थाना क्षेत्र की परिधि भी बदल जाती है जिससे मृतक की शिनाख्त होने में भी कठिनाई होती है पूर्व में भी कई बार सुबह कर धर्मपुरी यहां तक कि मनावर थाना क्षेत्र तक चले गए थे यदि जाली लगती है तो घटनाओं पर अंकुश लगेगा 2 दिन पूर्व भी एक युवक ने नर्मदा नदी में छलांग लगा दी थी
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