मोहर्रम ओर गणेश उत्सव को दृष्टिगत रखते हुये आयोजक तथा साउंड संचालकों की बैठक | Moharram or ganesh utsav ko drshtigat rakhte hue ayojan tatha sound sanchalak ki bethak

मोहर्रम पर्व एवं गणेश उत्सव को दृष्टिगत रखते हुये ताजिया/सवारी एवं गणेश जी की प्रतिमा रखने वाले आयोजकों तथा बैंड एवं साउंड संचालकों की ली गयी बैठक, दिये गये आवश्यक दिशा निर्देश
            
मोहर्रम ओर गणेश उत्सव को दृष्टिगत रखते हुये आयोजक तथा साउंड संचालकों की बैठक

जबलपुर (संतोष जैन) - आज दिनाॅक 2-9-19 के दोपहर 12 बजे सिंधी धर्मशाला में मोहर्रम एवं गणेश उत्सव पर्व पर ताजिया/सवारी एवं गणेश जी की प्रतिमा रखने वाले आयोजकों एवं बैंड, तथा साउंड संचालकों की बैठक पुलिस अधीक्षक जबलपुर, श्री अमित सिंह (भा.पु.से) द्वारा ली गयी।
           
बैठक मे अति. पुलिस अधीक्षक शहर श्री राजेश कुमार त्रिपाठी, अति. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डाॅ रायसिंह नरवरिया अति. पुलिस अधीक्षक शहर (दक्षिण) डाॅ. संजीव उइके , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध श्री शिवेश ंिसह बघेल, अति. पुलिस अधीक्षक यातायात श्री अमृत मीणा, एवं समस्त नगर पुलिस अधीक्षक, समस्त थाना प्रभारी शहर तथा लगभग 400 ताजिया/सवारी एवं गणेश प्रतिमा रखने वाले आयोजक, बैंड, तथा साउड संचालक उपस्थित थे।
               
दोनो पर्व हर्षोल्लास एवं सौहार्द तथा शान्ति के साथ सम्पन्न कराये जाने के संबंध मे आयोजकगणों की प्रशासनिक व्यवस्थाओ के सम्बंध में क्या आवश्यकता है कि जानकारी ली गयी, तथा पुलिस एंव प्रशासन स्तर पर जो भी हर सम्भव सहायता की जा सकती है को देने का आश्वासन दिया गया।
               
पुलिस अधीक्षक जबलपुर, श्री अमित सिंह (भा.पु.से) ने कहा कि जबलपुर एक एैसा शहर है जहाॅ सभी त्योहार पूरी गरिमा  एवं हर्षोल्लास के साथ वृहृद स्तर पर मनाये जाते है। जबलपुर वासियो मे संस्कार कूट-कूट कर भरा हुआ है, इसीलिये जबलपुर को संस्कारधानी कहा जाता है। 
             
मोहर्रम/गणेश उत्सव पर्व पर आयेाजित किये जाने वाले कार्यक्रमों की सूचना आवश्यक रूप से सम्बंधित थाने मे देें तथा सभी कार्यक्रम पूर्व परम्परागत रूप से हों, कोई भी नये कार्यक्रम की शुरूवात नहीं होगी।
             
डीजे का उपयोग प्रतिबंधित है, अतः इसका उपयोग न किया जाए । प्रत्येक सवारी/ताजिया/प्रतिमा स्थल पर 2 साउंड बाक्स की ही अनुमति प्रदान की जावेगी अतः 2 साउंड बाक्स से अधिक न लगाये जायें।
       
पण्डाल लगाते समय इस बात का ध्यान रखें कि पण्डाल इस प्रकार से लगाया जावे जिससे आवागमन अवरूद्ध न हो तथा आने जाने वाले आम नागरिको को किसी प्रकार की असुविधा न हो, पण्डाल में सीजफायर आवश्यक रूप से रखना सुनिश्चित करें ताकि छोटी-मोटी अग्नि दुर्घटना को तत्काल नियंत्रित किया जा सके। लगातार बारिश हो रही है जिसे ध्यान मे रखते हुये पण्डाल वाटर पू्रफ बनवाये जिससे पण्डाल मे स्थापित सवारी/ताजिया/ गणेश प्रतिमा  को सुरक्षित रखा जा सके, साथ ही दान पेटी को रात्रि मे जब पण्डाल को बंद करते है, सुरक्षित रखवायें। कई बार दान पेटी चोरी होने की घटनायें हो जाती है जिससे विवाद की स्थिति निर्मित होती है, पण्डाल को चारो तरफ कनात से अच्छी तरह घिरवाया जाये ताकि पण्डाल मे कोई मवेशी न घुस सके, कई बार प्रसाद खाने के लिये मवेशी घुस कर प्रतिमा को छतिग्रस्त कर देते है।  पण्डाल में 2-2 वालेन्टीयर्स समिति के द्वारा लगाये जायें, जो लगातार 24 घंटे पण्डल एवं उसके आसपास उपस्थित रहें, जिनको भी आपके द्वारा लगाया जाता है उनके नाम एवं मोबाईल नम्बर सम्बंधित थाने मे नोट करा दिये जाये ताकि उनसे लगातार संवाद बना रहे।
               
विधुत साज सज्जा करवाते समय सुनिश्चित करें कि तार कटे-फटे न हो  इससे कभी भी शार्टसर्किट होकर पंण्डाल मे आग लगने की संभावना बनी रहती  तथा विद्युत साज सज्जा छोटे बच्चों की पहुंच से दूर हो ताकि उन्हें करंट न लगें, एवं कोई दुर्धटना ना हों । कोई भी घटना की सूचना तत्काल पुलिस एंव प्रशासन को दें, आप अपनी तरफ से कोई पहल न करें, आपकी सूचना पर तत्काल पुलिस पहुचेगी तथा उत्पन्न हुई समस्या का तत्काल निराकरण किया जावेगा। 
               
बैंडो के द्वारा धुनो का प्रदर्शन किया जाता है। प्रदर्शन करते समय धार्मिक धुने ही बजायें, जिससे किसी की धार्मिक भावना को ठेस न पहुंचे।  इसी प्रकार साउण्ड सिस्टम लगाने वाले भी धार्मिक गीत ही बजाये।
             
प्रायः देखा गया है कि चल समारोह मे जो बेंैड पार्टियाॅ रहती है, स्वागत मंच के सामने खडे होकर अपने प्रचार प्रसार हेतु धुन बजाते है जिससे अनावश्यक विलंम्ब होता है, एवं आवागमन अवरूद्ध होता है, अतः स्वागत मंच के सामने अनावश्यक खडे होकर धुन न बजायें।
             
जहाॅ-जहाॅ भी पूर्व मे पर्व के दौरान साम्प्रदायिक विवाद हुये है एवं एक ही स्थान पर पास-पास गणेशजी एवं  ताजिया/सवारी की स्थापना हेतु पण्डाल बनाये जा रहे है, उन स्थानों पर अस्थाई पुलिस चैकी बनायी जायेगी। चैकी में पर्याप्त बल पीए सिस्टम, लगवाया जायेगा, साथ ही सादी वर्दी मे पुलिस कर्मी तैनात किये जायेगे। जो 10 दिन लगातार शहर मे भ्रमण करते हुये आसामाजिक तत्वों पर निगाह रखेंगे।
         
साथ ही सभी से अपील की गई कि पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आप सभी प्रतिमाओं का विसर्जन शहर में स्थित तालाबों मे न कर निर्धारित किये गये स्थानों मे ही करे ताकि शहर का पर्यावरण दूषित न हो ।
           
इस बार ईको फ्रैंडली (पर्यावरण के अनुकूल) गणेश उत्सव समिति को नगर निगम के द्वारा 1 लाख रूपये के नगद पुरूस्कार से तथा जबलपुर पुलिस के द्वारा ईको फ्रैंडली(पर्यावरण के अनुकूल)  ताजिया/सवारी समिति को 11 हजार रूपये नगद पुरूस्कार से पुरूस्कृत किया जायेगा।

Post a Comment

Previous Post Next Post