झाबुआ को उड़ता पंजाब बनाने से रोकने के लिए सड़कों पर उतरा पूरा झाबुआ शहर | Jhabua ko udta punjab banane se rok e ke liye sadko pr utra pura jhabua shahar

झाबुआ को उड़ता पंजाब बनाने से रोकने के लिए सड़कों पर उतरा पूरा झाबुआ शहर, सर्व धर्म- सर्व-समाज, सर्व सामाजिक - धार्मिक संस्थाओं, राजनैतिक पार्टियों ने निकाला भव्य मौन जुलूस

झाबुआ को उड़ता पंजाब बनाने से रोकने के लिए सड़कों पर उतरा पूरा झाबुआ शहर

कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर नशेडि़यों पर सख्त कार्रवाई की मांग की

झाबुआ (अली असगर बोहरा) - शहर में 6 सितंबर, शुक्रवार को दोपहर 2.30 वह वक्त था, जब शहर के ह्रदय स्थल राजवाड़ा से सैकड़ों लोग, जिसमें सर्व धर्म, सर्व समाज, सर्व सामाजिक - धार्मिक संस्थाओं, व्यापारियों, खिलाडि़यों, कर्मचारीगणों और राजनैतिक पार्टियों ने झाबुआ को उड़ता पंजाब बनाने से रोकने के लिए सड़कों पर उतरना ही मुनासिब समझा। एक आव्हान पर राजवाड़ा पर सैकड़ों लोग एकत्रित हुए और संयुक्त रूप से झाबुआ में नषाखोरी की लत को पूर्णतः समाप्त करने एवं दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने को लेकर भव्य मौन जूलूस निकला। जिसमें बच्चे, युवा बड़े, बुजुर्ग सभी की सहभागिता रहीं। अभिभाषक संघ के साथ शहर की महिलाओं एवं बालिकाओं ने भी इसमें उत्साहपूर्वक सहभागिता की। मौन जुलूस शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए कलेक्टोरेट पहुंचने पर यहां जिले के मुखिया कलेक्टर प्रबल सिपाहा को ज्ञापन सौंपकर झाबुआ को उड़ता पंजाब से बचाने के लिए नषेडियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की गई। 
ज्ञातव्य रहे कि शहर सहित संपूर्ण जिले में पिछले कुछ महीनों में नषे की जद में विषेषकर युवाओं के आने से कई हत्या एवं आत्महत्याआें की घटना हो चुकी है, लेकिन पुलिस प्रषासन नषेडियों और उनके गिरोह को गिरफतार करने में नाकाम साबित हो रहा है, अपितु ऐसा प्रतीत हो रहा है कि नषे के काराबोर करने वालों को पुलिस प्रषासन का भी मौन संरक्षण प्राप्त हो रहा है। झाबुआ के युवाआें को नषा नाष की तरह लील रहा है और लगातार हो रहीं घटनाओं से झाबुआ उड़ता पंजाब बनने की ओर अग्रसर हो रहा है।

झाबुआ को उड़ता पंजाब बनाने से रोकने के लिए सड़कों पर उतरा पूरा झाबुआ शहर

जिससे झाबुआ शहर को बचाने के लिए 6 सितंबर, गुरूवार को दोपहर 2.30 बजे राजवाड़ा पर सैकड़ों लोग जमा हुए और यहां से भव्य मौन जुलूस निकाला गया। जिसमें सर्वप्रथम सकल व्यापारी संघ अध्यक्ष एवं वरिष्ठ समाजसेवी नीरजसिंह राठौर ने उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम सभी शहर के ह्रदय स्थल पर इसलिए एकत्रित हुए है, क्योकि हमे झाबुआ को उड़ता पंजाब होने से बचाना है, यदि आज प्रयास नहीं किए गए, तो देष की भावी युवा पीढ़ी नषे की लत में पूरी तरह से लिप्त होकर अपने जीवन एवं भविष्य को अंधकारमय और बर्बाद कर देगीं समय पर इसके लिए हमे पहल करना जरूरी है। बाद वरिष्ठ रोटेरियन जयेन्द्र बैरागी ने भी संबोधित करते हुए नषे से शहर को मुक्त करने के लिए सभी से एकुजट होने का आव्हान किया।

झाबुआ को उड़ता पंजाब बनाने से रोकने के लिए सड़कों पर उतरा पूरा झाबुआ शहर

भव्य मौन जुलूस निकाला, पूरा शहर एकत्रित हुआ

बाद राजवाड़ा से मौन जुलूस आरंभ हुआ। जिसमें सबसे आगे बेनर लेकर दो युवक चले। इसके पीछे सैकड़ों की संख्या में सर्व धर्म, सर्व समाज, सर्व सामाजिक-धार्मिक-राजैनतिक संस्थाओं के पदाधिकारी-सदस्यों ने शामिल होकर शांतिपूर्वक दो-दो की कतार में मौन जुलूस निकाला। जिसमें विषेष रूप से कांग्रेस पार्टी से डॉ. विक्रांत भूरिया, पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता आषीष भूरिया, गौरव सक्सेना, गोपाल शर्मा के साथ भाजपा की ओर से ईरषाद कुरैषी, मांगीलाल भूरिया, अभाविप से यष पंवार, दर्षन कहार, सामाजिक संस्थाओं में राजेष नागर, अजय रामावत, हिमांषु त्रिवेदी, रविराजसिंह राठौर, धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधि, हिन्दू संप्रदाय से डॉ. केके त्रिवेदी, मुस्लिम समाज से हाजी सलीम बाबा, समीउद्दीन सैयद, एजाज नाजी धारवी, इस्माईल खान, इसाई समुदाय से फा. पीटर खराड़ी के साथ बाल अधिकार मंच एवं बचपन बचाओ आंदोलन से रामप्रसाद वर्मा, अयूब अली सैयद, दौलत गोलानी के अतिरिक्त सैकड़ों लोग मौन तरीके से राजवाड़ा से नेहरू मार्ग, डीआरपी लाईन पहुंचने पर यहां अभिभाषक संघ में उमंग सक्सेना, मुकेष बैरागी सहित अन्य अभिभाषक शामिल हुए। मौन जुलूस आगे चलकर डीआरपी लाईन से कलेक्टोरेट पहुंचा। जहां संकल्प ग्रुप से श्रीमती भारती सोनी, संस्कार भारती से प्रिया सारोलकर, गायत्री परिवार से मोना स्मृति भट्ट, हिन्दू महिलाओं के साथ मुस्लिम संप्रदाय की महिलाओं एवं बालिकाओं ने भी रैली में सहभागिता की। मौन जुलूस में सभी के हाथों में झाबुआ को नषा मुक्त करने संबंधी लिखी अनेक तख्तीयां और बेनर रहे।

कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

यहां सभी ने मिलकर कलेक्टर को 16 बिंदुओं का एक ज्ञापन प्रस्तुत किया। ज्ञापन का वाचन वरिष्ठ इतिहासकार डॉ. केके त्रिवेदी ने किया। ज्ञापन में 16 बिंदुओं में जिक्र में नषीली दवाईयों के शहर में काराबारो के स्थानों स्कूल, कॉलेज परिसर, कॉलेज मैदान, कृषि मंडी प्रांगण, बुनियादी हाईस्कूल प्रांगण सहित अनेक मौहल्लों और बस्तीयों में नषे के काराबोर जोरो से होने की जानकरी दी गइ्र्र। ज्ञापन में अंत में झाबुआ जिले को नषा मुक्त किए जाने की कार्रवाई पुलिस प्रषासन द्वारा पूरी इ्र्रमानदारी एवं निष्ठा के साथ सख्ती से कर इस अवैध धंधे में लिप्त व्यक्तियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की ताकि झाबुआ जिले के युवा नषा मुक्त हो और झाबुआ जिला उड़ता पंजाब होने से बच सके।

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