छात्रों ने अपनी समस्या को लेकर खून से लिखा पत्र | Chhatro ne apni samasya ko lekar khoon se likha patr

छात्रों ने अपनी समस्या को लेकर खून से लिखा पत्र

छात्रों ने अपनी समस्या को लेकर खून से लिखा पत्र

पीथमपुर (प्रदीप द्विवेदी) - महू डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के पीएचडी शोधार्थियों ने अपनी समस्या को लेकर खून से राष्ट्रपति एवं राज्यपाल एवं उच्च शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा।

अंबेडकर विश्वविद्यालय में आज 18 सितंबर बुधवार सैकड़ों पीएचडी शोधार्थियों ने पत्र लिखा ।जिसमें खासकर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति , पिछड़े वर्ग की महिलाओं ने अपने पीएचडी विषय के शोध निर्देशक नहीं मिलने और विश्वविद्यालय के मनमाने आदेश के खिलाफ अपने खून से पत्र लिखा।

छात्रों ने अपनी समस्या को लेकर खून से लिखा पत्र

शांतिपूर्वक हड़ताल पर बैठकर छात्र सुबह 11:00 बजे से बैठ कर विरोध प्रदर्शन किया।  सभी शोधार्थियों का कहना है कि विश्वविद्यालय यहां गरीब शोधार्थियों के साथ भेदभाव कर रहा । जिसका विरोध लगातार जारी है।

छात्रों ने अपनी समस्या को लेकर खून से लिखा पत्र

अगर समस्या को नहीं सुना गया तो उग्र आंदोलन और न्यायालय की शरण में जाने की बात शोधार्थियों ने प्रेस विज्ञप्ति में की। 

विरोध प्रदर्शन में अजय धनावत, दुर्गा नयाहिले ,मनोज वास्केल ,सबीना खान, अनीता ,गीता, प्रतिभा मात्रे, अमृत प्रजापति ,अर्जुन आस्थाया,  प्रमोद वर्मा, राकेश ठाकरे , सरोज पाटीदार, जागीरदार बरचडे, रामचंद्र चौहान ,राजेंद्र सूर्यवंशी, लाखन गोयल सुभद्रा खापर्डे, संगीता ठाकुर , संतोष सेनानी ,श्रीराम ठाकुर ,चंपालाल डाबर ,ज्योति पटेल, मांगू सिंह पचाहा, फिरोज मंसूरी, मोसंबी सैलानी, अंजना ठाकुर ,आदि शामिल थे।

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