बालाघाट कलेक्टर, एसपी ने बाढ़ प्रभावित ग्राम कुम्हारी का किया भ्रमण | Balaghat Sp collector ne baad prabhavit gram ka kiya brhaman

बालाघाट कलेक्टर, एसपी ने बाढ़ प्रभावित ग्राम कुम्हारी का किया भ्रमण

बालाघाट कलेक्टर, एसपी ने बाढ़ प्रभावित ग्राम कुम्हारी का किया भ्रमण

बालाघाट (टोपराम पटले) - जिले में गत दिनों हुई अत्यधिक वर्षा एवं सिवनी जिले के भीमगढ़ बांध से 90 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण वैनगंगा नदी में बाढ़ आ गई थी। जिसके कारण बालाघाट जिले के वैनगंगा नदी के किनारे के कुछ ग्रामों में पानी भर जाने से मकानों को क्षति पहुंची है। कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने आज 11 सितम्बर को पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक तिवारी, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रजनी सिंह एवं सहायक कलेक्टर श्री अक्षय तेम्रावाल के साथ बाढ़ से प्रभावित बालाघाट तहसील के ग्राम कुम्हारी का भ्रमण कर मकानों को हुई क्षति को देखा एवं प्रभावित लोगों से चर्चा की। 
बालाघाट कलेक्टर, एसपी ने बाढ़ प्रभावित ग्राम कुम्हारी का किया भ्रमण


वैनगंगा नदी की बाढ़ का पानी कुम्हारी गांव में पहुंच गया था और निचले क्षेत्रों में बसे मकानों में पानी भर गया था। बाढ़ में डूबने की संभावना वाले मकानों से लोगों को पहले ही सुरक्षित निकाल कर ऊंचे स्थान पर बनाये गये राहत शिविर में ठहराया गया था। बाढ़ का पानी मकानों में घुसने से कुम्हारी के 12 मकान पूरी तरह से गिर चुके है और 18 मकानों को आंशिक रूप से क्षति पहुंची है। 
कलेक्टर श्री आर्य ने कुम्हारी में बाढ़ से प्रभावित लोगों से चर्चा कर उन्हें आश्वस्त किया कि उनके मकानों को हुई क्षति एवं अन्य नुकसान का शीघ्र ही सर्वे कराया जायेगा और नियमों के अनुसार सभी पात्र लोगों को शासन की ओर से राहत राशि प्रदान की जायेगी। राहत राशि सीधे प्रभावित लोगों के बैंक खाते में जमा कराई जायेगी। बाढ़ से जिन लोगों के मकान के गिर चुके और जिनके रहने का ठिकाना नहीं हैं उनके रहने के लिए राहत शिविर में व्यवस्था की गई है। जिन लोगों के मकान पूरी तरह से गिर गये हैं उन्हें राशन एवं जनसहयोग से कपड़े दिलाने के लिए प्रशासन पूरी मदद करेगा। प्रभावित लोगो के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिविर लगाया जायेगा और दवायें दी जायेंगी। 

कलेक्टर श्री आर्य ने बाढ़ पीड़ितों से चर्चा के दौरान बताया कि बाढ़ प्रभावित सभी ग्रामों के पटवारी एवं ग्राम पंचायत के सचिव को निर्देशित किया गया है कि वे दो दिनों के भीतर बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन कर आर-बीसी-6-4 के प्रकरण तैयार कर जिला कार्यालय को उपलब्ध करायें। पटवारियों एवं ग्राम पंचायत सचिवों को सख्त निर्देश दिये गये है कि वे बाढ़ पीड़ितों के सर्वे एवं राहत राशि के प्रकरण पूरी जिम्मेदारी के साथ तैयार करे। इस कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

Post a Comment

Previous Post Next Post