पानी में चलने वाली एम्बुलेन्स कबाड़ खाने में तब्दील
ओंकारेश्वर (ललित दुबे) - नर्मदा नदी में आपातकाल के समय डूबने की होने वाली घटना के दौरान डूबने से बचा कर तत्काल उपचार व्यवस्था की जा सके इस हेतु सिंहस्थ 2016 में ओंकारेश्वर नर्मदा नदी में डूबने से बचाने के उद्देश्य को लेकर लगभग 10 लाख रुपए की लागत से सर्व सुविधा युक्त एंबुलेंस की व्यवस्था गई थी जिसमें एक डॉक्टर एवं बचाव के उपकरण एवं डॉक्टर स्टाफ व अन्य सुविधाएं जिला प्रशासन द्वारा मुहैया कराई गई थी वर्तमान में खुद बीमार होकर अपने स्वयं के इलाज के लिए शासन प्रशासन का मुंह ताक रही है
वर्तमान में इस पानी में चलने वाली एंबुलेंस की देखरेख खंडवा होमगार्ड विभाग द्वारा की जा रही है जो देखरेख के अभाव में कबाड़ खाने में तब्दील होकर ओकारेश्वर के गोमुख घाट पर खड़ी प्रदर्शन कर रही है जबकि मध्यप्रदेश शासन ने आगंतुक श्रद्धालुओं को नर्मदा नदी में डूबने के दौरान होने वाली घटना दुर्घटनाओं में आपातकाल व्यवस्था मुहैया कराने के लिए स्वीकृत की थी सावन का पूरा महीना समाप्त हो गया किंतु सर्व सुविधा युक्त एंबुलेंस देखरेख के अभाव में कबाड़ खाने में तब्दील हो गई।
जिम्मेदार महेश हनोतिया कमांडेंट खंडवा का कहना है कि एम्बुलेंस की स्थिति ठीक है नर्मदा नदी में अधिक पानी आने के कारण इंजन में पानी चले जाने से दुरस्त किया जाना है अन्य सुरक्षा नावे अभी चालू हालत में है।
Tags
dhar-nimad