जान जोखिम में डाल निकलने को मजबूर स्कुली बच्चे व ग्रामीण | Jaan Jokhim Main Daal Nikalne Ko Majbur Schooli Bachche Va Gramin
जान जोखिम में डाल निकलने को मजबूर स्कुली बच्चे व ग्रामीण
लापरवाही एक दिन लेगी जान, स्वीकृत पुलिया न बनना हद से ज्यादा लापरवाह
शामगढ़/मंदसौर (सागर बाबा) - बुधवार को 4 बजे स्कूल की छुट्टी होने के बाद तेज पानी की वजह से साढे 5 बजे तक बच्चे नही निकल पाये, पानी का बहाव कम होने के बाद ग्रामीणो की मदद से रस्सी के सहारे बच्चौ को निकाला गया। यह मामला है मंदसौर जिले के शामगढ़ तहसील से 15किलो मीटर दुर गांव असावती मे 10 अक्टूबर 2015 में प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत साडे 12 किलोमीटर की सड़क स्वीकृत हुई थी जिसके अंतर्गत असावती से हाईस्कूल की ओर जाने वाला नाला बीच में पडता है
इस रोड को पूर्ण करने की आखिरी तारीख 31 मार्च 2017 दी गई लेकिन आखरी दिन आप के बाद भी ढाई साल तक पूर्ण रूप से रोड व पुलिया का काम पूर्ण ना होना पीडब्ल्यूडी व ठेकेदारों की लापरवाही सरासर सामने आ रही है जिनका खामियाजा ग्रामीणों व स्कूली बच्चों को भुगतना पड़ रहा है, जो 1 दिन बहुत बड़ा घटना काे अंजाम दे सकता है, लेकिन शासन प्रशासन व प्रतिनिधियों को बार-बार अवगत कराने के बाद भी यहां के लापरवाहो की जिम्मेदार अधिकारी वोट मांगने वाले प्रतिनिधियों की आंखें खुलने का नाम नहीं ले रही है।
आपको बता दे की असावती हाईस्कूल में कुल 144 बच्चे हैं पढ़ते हैं, जिसमे असावती, बापच्या, हामली, गागसी, रणायरा, बंजारी, बावडीखेडा के गावो के बच्चे पढने को असावती से 500मीटर बाहर बने स्कुल मे आते हैं।
यहां के क्षेत्रीय विधायक हरदीप सिंह डंग को लगातार 3 साल से छात्रों को प्राचार्य द्वारा लिखित में आवेदन व शिकायत दे चुके हैं लेकिन पीडब्ल्यूडी व ठेकेदार इनकी भी कानाफूसी करते नजर आए । क्या एक बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं शासन-प्रशासन व जनप्रतिनिधि के लोग
असावती से हरिपुरा कुरावन अजयपुर तक का सड़क साडे 12 किलोमीटर 14 करोड़ 60लाख रुपए की स्वीकृति 2015मे हुई जिसमे ये नाला भी आता है
इस विषम मे विधायक हंरदिपसिह डंग से चर्चा करी तो बताया की हमने इस सडक व पुलिया का मुद्दा विधानसभा मे उठाया ओर ठैकेदार को ब्लेकलिस्ट कराने की मांग करी ओर जल्द पुलिया का कार्य पुर्ण करायेंगे।
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