हरतालिका तीज पर व्रत कब करें - आचार्य प्रदीप पांडे
पीथमपुर (प्रदीप द्विवेदी) - प्रयागराज के आचार्य प्रदीप पांडे ने बताया की हरितालिका तीज का व्रत कब करें, इसे लेकर उलझन है। दरअसल 1 सितंबर को सुबह में द्वितीया तिथि जो कि लगभग 11:21 तक है..की उपस्थिति के कारण उलझन की स्थिति बन गई है।
बिहार सहित भारत के कई हिन्दी भाषी इलाकों में किये जाने वाला यह व्रत हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को किया जाता है। यह व्रत मुख्यतः विवाहित महिलाएं करती हैं और अपने पति के लिए लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हैं।
तीज व्रत ( हरितालिका ) यह भाद्रमास , शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि, हस्तनक्षत्र में होता है । यदि तृतीया तिथि में सूर्योदय होकर तृतीया तिथि के बाद चतुर्थी तिथि भी हो जाये और हस्त नक्षत्र में नहीं भी हो तो तृतीया तिथि और चतुर्थी तिथि के योग में व्रत करेंगे लेकिन द्वितीया तिथि और तृतीया तिथि के योग में व्रत नही करेंगे
शास्त्रीय_प्रमाण
माधवी में आपस्तम्ब
चतुर्थी सहिता या तु सा तृतीया फलप्रदा ।
अवैधव्यकरा स्त्रीणां पुत्रपौत्रप्रवर्धिनी ।।
द्वितीया के साथ का दोष
द्वितीया शेषसंयुक्तां या करोति विमोहिता ।
सा वैधव्यमवाप्नोति प्रवदन्ति मनीषिणः ।। निर्णय_सिन्धु
अतः 2/9/2019 को प्रातः 9:00 बजे तक तृतीया के उपरान्त चतुर्थी एवं दिन के 1:35 तक हस्त नक्षत्र के शुभ योग में तीज व्रत अर्थात हरितालिका किया जाना शास्त्रोचित है...स्त्रियाँ किसी बहकावे में न आवें और 2/9/2019 को ही हरितालिका तीज का व्रत रखें ..एवं अगले दिन प्रातः सूर्योदय के पश्चात 7:00 बजे से पहले पारण कर व्रत के महान पुण्यफल की भागी बनें।।
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