जात-पात ऊंच-नीच के भेदभाव को मिटाने हेतु तीर्थ दर्शन यात्रा
जात-पात ऊंच-नीच के भेदभाव को मिटाने हेतु तीर्थ दर्शन यात्रा
पिथमपुर (प्रदीप द्विवेदी) - तीर्थयात्रा के माध्यम से समाज को एक सुत्र में बांधने के, जाती पाती के ऊंच नीच के भेदभाव मिटाकर मातृशक्ति को तीर्थयात्रा करवाकर समरसता लाने का पवित्र कार्य किया जा सकता हैं। उक्त विचार आदिगुरु शंकराचार्य तीर्थदर्शन यात्रा में पधारे गुजरात के पालमपुर के महामंडलेश्वर स्वामी रविशरणानंदगिरीजी महाराज(जुना अखाड़ा ) ने उज्जैन में व्यक्त किये।
सांस्कृतिक जागरण मंच के संयोजक निलेश भारती ने बताया की अादिगुरु शंकराचार्य तीर्थदर्शन यात्रा विभिन्न चरणों मे संपन्न हो रही हैं जिसमें माताएँ बहने तीर्थयात्रा के माध्यम से एकात्मता व समरसता का पवित्र संदेश देते हुए क्षिप्रा पुजन व बाबा महांकाल के दर्शन करते हुए पवित्र श्रावण मास में पुण्य लाभ प्राप्त कर रही हैं। तीर्थयात्रा में जुनाअखाड़ा के संत महामंडलेश्वर श्री रविशरणानंदगिरी महाराज का पावन सानिध्य प्राप्त हुआ। क्षिप्रा आरती में शामिल होकर एकात्मता व समरसता के क्षेत्र मे किये जा रहे इस अनुपम कार्य को महाराज जी ने सराहते हुए समाज की आज की आवश्यकता बताया।
आदिगुरु शंकराचार्य तीर्थदर्शन यात्रा का अगला पडाव देपालपुर के प्रसिद्ध चौबीस अवतार मंदिर मे संपन्न हुआ जहां धार जिला भाजपा महामंत्री मनोजजी सोमानी, मंदिर समिती के सचिव जिला महामंत्री चिंटू वर्मा, पार्षद महेशपुरी, समाजसेवी प्रेम विजयवरगीय,नगर अध्यक्ष बदनावर प्रजेन्द्र भट्ट,सतीश जाटव आदि शामिल हुए। तीर्थयात्रा में आये अतिथियों का कार्यकर्ताओं ने स्वागत कर स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
यात्रा में राहुल चौधरी, सुदामा चौधरी, बंटी रघुवंशी, योगेश भारती मंडलावदा, नविन चौधरी, नारायण पाटीदार, दिपक सोलंकी, निलेश चौधरी आदि कार्यकर्ता शामिल हुए।
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