बड़े जोरों पर बन रही महुआ की कच्ची शराब
बौरगांव के जामलापानी मे शाम होते ही लगता शराबीयो का मेला
सौसर/छिन्दवाडा (गयाप्रसाद सोनी) - छिंदवाड़ा जिला के सौसर तहसील के ग्राम पंचायत बोरगांव में सम्मिलित ग्राम जामलापानी जहां इन दिनों शराबियों का बड़ा मेला लगता है शाम होते ही यहां पर मोटरसाइकिलो की कतार लग जाती है, गांव की महिलाएं शराबियों से सबसे अधिक परेशान हैं ,यहां कोई आबकारी विभाग या पुलिस अधिकारी कोई कार्रवाई करने नहीं पहुंचते हैं, ग्रामीण बोलते हैं कि सारे अधिकारी को हम जेब में रखते हैं, इसलिए जामलापानी मे इन दिनों बड़े जोरों पर कच्ची महुआ शराब बनाकर बेची जा रही है, देखा जाए तो इस कच्ची शराब के कारण आए दिन दुर्घटनाएं भी अत्यधिक हो रही है, कई परिवारों के परिवार उजड़ गए हैं कई महिलाओं को शराबी बुरी नजर से देखते हैं स्कूल आने जाने वाले बच्चियों को भी शराबी परेशान करते हैं आबकारी पुलिस विभाग दिखावा के लिए एक दो महा बाद गांव में दस्तक देकर शराब पकड़ते हैं, और जहां शराब 30- 40- 50 लिटर पकड़ आती है, वहां सिर्फ 5 -10 लीटर का केस बनाकर छोड़ दिया जाता है, इसलिए तो शराब बेचने वाले और बनाने वाले के हौसले बुलंद है, वही लोधीखेड़ा थाना की पुलिस भी कच्ची शराब पकड़ने में सुस्त नजर आ रही है, महुआ की कच्ची शराब का नजारा पूरे सौसर तहसील के ग्रामीण अंचलों जामलापानी में देखने को मिल रहा है, बड़ी मात्रा में महुआ की कच्ची शराब बनाई जा रही है, जिस में तरह-तरह के पाइजन पदार्थ भी मिलाया जाता है, इसके कारण कई शराब पीने वालों की मौत भी हुई है नागपुर छिंदवाड़ा रोड पर अगर सबसे अधिक दुर्घटना होती है तो शराबियों की होती है समय रहते अगर यहां की शराब बंद नहीं कराई गई तो जामलापानी (बोरगांव) ग्राम की महिलाएं सड़क पर आंदोलन करने को मजबूर हो जाएगी।