पकड़ी पटोवा व सोनपुर कुपोषण मुक्त होकर बनेंगें सुपोषित गांव, कमियों को दूर करने के निर्देश

पकड़ी पटोवा व सोनपुर कुपोषण मुक्त होकर बनेंगें सुपोषित गांव, कमियों को दूर करने के निर्देश

तुलसीपुर तहसील सभागार में आयोजित हुई ब्लाक पोषण समिति की बैठक में विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा

पकड़ी पटोवा व सोनपुर कुपोषण मुक्त होकर बनेंगें सुपोषित गांव, कमियों को दूर करने के निर्देश

बलरामपुर (प्रमोद पांडेय) - तुलसीपुर तहसील सभागार में आयोजित ब्लाक पोषण समिति की बैठक के दौरान सुपोषण स्वास्थ्य मेला, वीएचएसएनडी की गुणवत्ता, सैम-मैम बच्चों का चिन्हीकरण, सुपोषित गांव, आयरन गोली की उपलब्धता, आंगनबाड़ी केन्द की व्यवस्थाओं आदि पर विस्तार से चर्चा की गई। इसके अतिरिक्त एएनएम उपकेन्द्रों पर समुदाय को पोषण की सही जानकारी देने के लिए प्रत्येक माह एक कदम सुपोषण की ओर कार्यशाला के आयोजन की चर्चा भी की गई।

मंगलवार को आयोजित ब्लाक पोषण समिति की बैठक के दौरान बाल विकास परियोजना अधिकारी गरिमा श्रीवास्तव ने कहा कि निर्धारित तिथि में सुपोषण स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जाएगा तथा इस मेले में कन्वर्जन विभागों द्वारा विभागीय स्टाल भी लगाये जायें जिससे लोगों में जागरूकता का प्रचार-प्रसार हो सके। उन्होने बताया कि एएनएम उप केन्द्र के अन्तर्गत आने वाले सभी ग्राम एंव सम्बन्धित कर्मचारी आईसीडीएस, राजस्व, ग्राम विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, ग्राम प्रधान व उक्त विभाग के कर्मचारियों द्वारा सुपोषण को सफल बनाने के लिये प्रत्येक माह एक कदम सुपोषण की ओर विषय पर कार्यशाला आयोजित की जायेगी जिसकी समीक्षा तीन तीन माह पर होगी। तहसीलदार आलमगीर ने वीएचएसएनडी की गुणवत्ता पर कहा कि एसडीएम ने निर्देशित किया गया कि दिवस आयोजन की गुणवत्ता एवं रिपोर्टिग पर विशेष ध्यान दिया जाय। 

उन्होने बताया कि बाल विकास परियोजना के अन्र्तगत जिलाधिकारी ने दो राजस्व ग्राम पकड़ी पटोवा व सोनपुर को कुपोषण मुक्त करते हुए सुपोषण ग्राम बनाने के लिए चयनित किया है इसलिए इन गांव में पर्यवेक्षण कर सभी कमियों को दूर किया जाए तथा कन्वर्जन विभागों को दिये गये मानकों के अनुसार कार्य को पूर्ण कराया जाए। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. सब्बूर ने कहा कि सैम एवं मैम बच्चों का चिन्हीकरण अनिवार्य रूप से कर लिया जाये, साथ ही उन्हे आवश्यकता के अनुसार पोषण पुनर्वास केन्द्रों के लिए रेफर किया जाए। उन्होने कहा कि स्कूल जाने वाली एवं स्कूल न जाने वाली किशोरी बालिकाओं में एनीमिया की कमी को दूर किये जाने हेतु उन्हें साप्ताहिक आईएफए टेबलेट उपलब्ध कराया जा रहा है।

बैठक में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर शत प्रतिशत सुरक्षित पेयजल व शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने, कुपोषित बच्चों के परिवार के लिए शौचालय निर्माण, 34 आंगनबाड़ी केन्द्र भवन निर्माण प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण कराने पर चर्चा की गई। बैठक के दौरान बीडीओ गैसडी वर्षा, जिला पोषण विशेषज्ञ सीमा, पोषण सखी गैसडी दीपाली श्रीवास्तव, बीटीओ गैसडी कमलेश मिश्रा, मुख्य सेविका अन्जू गोस्वामी, शीला वर्मा, किरनलता, चित्रा त्रिपाठी, अनीता श्रीवास्तव, शर्मा देवी आदि मौजूद रहे।

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