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जनधन खाते की री-केवाईसी, नॉमिनी फॉर्म और जन सुरक्षा योजनाओं पर जोर; सरपंच उर्मिला द्विवेदी ने की पहल Aajtak24 News |
मऊगंज/हडिया - शासन की महत्वाकांक्षी एवं जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाने और लोगों को बैंकिंग सेवाओं के महत्व से अवगत कराने के उद्देश्य से ग्राम पंचायत हडिया में एक वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन ग्राम पंचायत हडिया के सरपंच उर्मिला द्विवेदी की अध्यक्षता और सचिव अनिल कुमार मिश्र की पहल पर संपन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि असिस्टेंट काउंसलर (आरोह फाउंडेशन) संतोष कुमार मिश्र रहे, जिन्होंने लोगों को बैंकिंग और बीमा योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। वहीं, गांव के वरिष्ठ नागरिक प्रदीप कुमार द्विवेदी एवं नरेश कुमार गौतम विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे।
बंद खातों को चालू करें और नॉमिनी अवश्य भरें
मुख्य अतिथि संतोष कुमार मिश्र ने लोगों से आग्रह किया कि कई वर्ष पूर्व खोले गए जनधन खातों को बैंक जाकर री-केवाईसी करवाकर तुरंत चालू करवा लें, क्योंकि सक्रिय खाता होने पर ही शासकीय योजनाओं का लाभ मिल पाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि 10 वर्ष तक लेन-देन न होने के कारण जो पैसा आरबीआई को चला गया है, उसे भी आवेदन देकर बैंक के माध्यम से वापस लिया जा सकता है। मिश्र ने नॉमिनी (Nominee) का फॉर्म भरने के महत्व पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि आकस्मिक मृत्यु होने पर नॉमिनी न होने पर आश्रितों को पैसा लेने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है और पूरे परिवार को बैंक में आना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सभी को समय रहते अपने खाते में नॉमिनी का फॉर्म अवश्य भर देना चाहिए और मोबाइल नंबर भी दर्ज करा देना चाहिए।
जन सुरक्षा अभियान की प्रमुख योजनाएं
मिश्र ने सरकार द्वारा चलाए जा रहे जन सुरक्षा अभियान के तहत तीन प्रमुख योजनाओं की जानकारी दी:
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY): मात्र ₹20 सालाना प्रीमियम पर 18 से 70 वर्ष के बीच के महिला-पुरुष दुर्घटना बीमा करा सकते हैं। आकस्मिक मृत्यु होने पर नॉमिनी को ₹2,00,000 मिलेंगे।
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY): 18 से 50 वर्ष के लोग ₹436 सालाना प्रीमियम पर यह बीमा करा सकते हैं। किसी भी स्थिति में मृत्यु होने पर नॉमिनी को ₹2,00,000 मिलेंगे।
अटल पेंशन योजना (APY): 18 से 40 वर्ष के लोग यह फॉर्म भर सकते हैं। 60 वर्ष के बाद जीवनपर्यंत पेंशन मिलेगी। आवेदक और उनके पति/पत्नी दोनों की मृत्यु होने पर आश्रित बच्चों को ₹8.5 लाख नकद दिए जाएंगे। उन्होंने इस योजना को 'बुढ़ापे की लाठी' बताया।
निशुल्क प्रशिक्षण और साइबर फ्रॉड से बचाव
मिश्र ने मऊगंज ज़िले में खुले यूनियन ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के बारे में भी बताया, जहाँ गरीबी रेखा के अंतर्गत आने वाले 18 से 45 वर्ष के युवाओं को निशुल्क प्रशिक्षण (जैसे ब्यूटी पार्लर, कढ़ाई-बुनाई) दिया जाता है, जिसमें नाश्ता और भोजन भी फ्री है। उन्होंने साइबर फ्रॉड की घटनाओं से आगाह करते हुए किसी भी अजनबी को ओटीपी या गोपनीय जानकारी न देने की सलाह दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही सरपंच उर्मिला द्विवेदी ने कहा कि इस वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम से बहुत सारी योजनाओं की जानकारी मिली और उनके हितग्राही बैंक से जुड़कर अधिक से अधिक लाभ लेंगे। उपस्थित सभी लोगों ने स्वच्छता का संकल्प लिया कि न गंदगी करेंगे और न ही किसी को करने देंगे, और प्लास्टिक का उपयोग बिल्कुल नहीं करेंगे। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से रोजगार सहायक शैलेंद्र कुमार पांडे, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता करुणा शुक्ला, आरती पांडे, उषा दुबे, सुभद्रा द्विवेदी, तथा बड़ी संख्या में पुरुष एवं महिला हितग्राही मौजूद रहे। अंत में विकास मिश्रा ने आए हुए अतिथियों एवं ग्राम पंचायत की जनता का आभार प्रकट किया।