श्मशान की भूमि पर शव के अंतिम संस्कार को लेकर विवाद, शव रखकर ग्रामीणों ने किया चक्काजाम Aajtak24 News

श्मशान की भूमि पर शव के अंतिम संस्कार को लेकर विवाद, शव रखकर ग्रामीणों ने किया चक्काजाम Aajtak24 News 

मऊगंज - जिले के नईगढ़ी थाना क्षेत्र के ग्राम शिवराजपुर में गुरुवार को श्मशान भूमि को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। 65 वर्षीय रामरती साकेत पत्नी बोड्डे साकेत का बीती रात बीमारी से निधन हो गया था। परिजन जब सुबह करीब 10 बजे पारंपरिक श्मशान घाट पर दाह संस्कार करने पहुंचे तो कुछ ग्रामीणों ने वहां संस्कार करने से रोक दिया। बताया गया कि कमल त्रिपाठी नामक व्यक्ति ने उस भूमि पर अपना कब्जा और पट्टा बताया, जिससे विवाद की स्थिति बन गई। श्मशान में संस्कार न होने देने से आक्रोशित परिजन व ग्रामीण शव को लेकर शिवराजपुर चौराहे पहुंचे और सुबह 11 बजे से नईगढ़ी-कटरा मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। करीब दो घंटे तक आवागमन पूरी तरह बाधित रहा। मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलते ही एसडीएम राजेश मेहता और तहसीलदार दल-बल के साथ पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया।

परिजनों का कहना था कि उक्त भूमि उनके पुश्तैनी श्मशान की है, जहां सदियों से उनके पूर्वजों का दाह संस्कार होता आ रहा है। अब कुछ लोगों द्वारा कब्जे का दावा कर वहां विवाद उत्पन्न किया जा रहा है। मृतका के भतीजे हनुमान कुमार रैदास ने बताया कि वह भूमि शासकीय है और दो सौ वर्षों से अधिक समय से श्मशान के रूप में उपयोग हो रही है। अब कुछ लोगों ने उस पर अवैध कब्जा कर लिया है, जिससे संस्कार में बाधा आई।

करीब दो घंटे तक चले हंगामे के बाद एसडीएम राजेश मेहता की समझाइश पर परिजनों ने जाम हटाया और शव को संस्कार के लिए ले गए। एसडीएम ने बताया कि जहां पहले से दाह संस्कार किया जाता रहा है, वही स्थल चिन्हांकित कर उस स्थल की जांच कराई जाएगी, यदि जांच में भूमि शासकीय पाई जाती है, तो उसे स्थायी रूप से मरघट घोषित कर श्मशान के रूप में सुरक्षित किया जाएगा। फिलहाल प्रशासन की मौजूदगी में दाह संस्कार की व्यवस्था कराई गई और परिजन शांत हुए।\




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