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मध्यप्रदेश में मॉनसून का 'तांडव': 12 जिलों में हाहाकार मचा सकता है, भारी बारिश का अलर्ट जारी Aajtak24 News |
भोपाल - मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर पूरी तरह से बदल गया है। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र और सक्रिय मॉनसून ट्रफ के कारण, मौसम विभाग ने प्रदेश के 12 जिलों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। यह अलर्ट चेतावनी देता है कि राज्य में मानसून की गतिविधियां अब और भी तेज हो गई हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
इन 12 जिलों में होगी मूसलाधार बारिश
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, उज्जैन, नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, झाबुआ, धार, शाजापुर, राजगढ़, गुना और श्योपुर में अगले 24 घंटों के दौरान 2.5 से 4.5 इंच तक की मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। इन जिलों में तेज हवाएं (40-50 किमी/घंटा) चलने और वज्रपात की भी चेतावनी दी गई है। स्थानीय प्रशासन को जलभराव, यातायात व्यवधान और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हाई अलर्ट पर रखा गया है।
प्रदेश के अन्य हिस्सों का हाल
जबकि पश्चिमी और दक्षिणी मध्यप्रदेश में बारिश का जोर ज्यादा रहेगा, वहीं बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी और मंडला जैसे जिलों में भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके विपरीत, ग्वालियर और चंबल संभाग में मौसम अपेक्षाकृत शुष्क रहेगा, हालांकि बादल छाए रह सकते हैं।
मॉनसून ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
इस साल मध्यप्रदेश में मॉनसून ने उम्मीद से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में अब तक औसत से 30% अधिक बारिश दर्ज की गई है। पूर्वी मध्यप्रदेश में यह आंकड़ा 37% और पश्चिमी मध्यप्रदेश में 25% अतिरिक्त बारिश का रहा है। सितंबर का महीना, जिसे आमतौर पर मॉनसून का आखिरी चरण माना जाता है, इस बार भी बारिश के साथ धमाकेदार शुरुआत कर रहा है।
कब तक जारी रहेगा बारिश का यह दौर?
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि एक सक्रिय मॉनसून ट्रफ और दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण बारिश का यह सिलसिला 6 और 7 सितंबर तक जारी रहने की संभावना है। इसके बाद, 8 सितंबर से मॉनसून की गतिविधियां कुछ कम हो सकती हैं, लेकिन पूरी तरह शांत होने में अभी समय है। इस साल मध्यप्रदेश की औसत वार्षिक बारिश 37 इंच है, और अब तक 38.2 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से अधिक है।