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MP में BJP विधायक का 'हाई वोल्टेज ड्रामा': भिंड में कलेक्टर पर उठाया हाथ, बोले- 'तू है सबसे बड़ा चोर' Aajtak24 News |
भिंड/मध्य प्रदेश - मध्य प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर जनप्रतिनिधि और अधिकारी के बीच टकराव का एक गंभीर मामला सामने आया है। भिंड जिले में बीजेपी विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह ने किसानों की खाद समस्या को लेकर कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के साथ न सिर्फ तीखी बहस की, बल्कि उन पर हाथ उठाने की कोशिश भी की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें विधायक कलेक्टर को 'सबसे बड़ा चोर' कहते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह पूरा वाकया बुधवार को तब हुआ जब विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह किसानों के एक समूह के साथ कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के बंगले पर धरना-प्रदर्शन करने पहुंचे थे। किसान खाद की किल्लत से परेशान थे और उनका आरोप था कि प्रशासन इस समस्या को नजरअंदाज कर रहा है। विधायक का गुस्सा तब भड़का जब कलेक्टर ने बाहर आकर प्रदर्शनकारियों से मिलने से इनकार कर दिया। बाद में जब कलेक्टर बंगले के गेट पर खड़े होकर विधायक से बात कर रहे थे, तभी दोनों के बीच बहस शुरू हो गई।
वीडियो में साफ दिख रहा है कि बहस के दौरान विधायक कुशवाह गुस्से में आकर कलेक्टर की ओर मुक्का मारने के लिए हाथ उठाते हैं। हालांकि, मौके पर मौजूद सुरक्षा गार्ड तुरंत बीच-बचाव करते हैं और विधायक को रोक लेते हैं। इसके बाद भी विधायक का गुस्सा शांत नहीं होता और वे कलेक्टर को 'सबसे बड़ा चोर' कहते हुए अपशब्दों का भी इस्तेमाल करते हैं।
इस घटना के बाद, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए विधायक के आचरण की आलोचना की। उन्होंने लिखा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक जनप्रतिनिधि ने एक अधिकारी के साथ ऐसा व्यवहार किया। हालांकि, सिंघार ने इस घटना के पीछे के मूल कारण यानी खाद की कमी के मुद्दे को भी उठाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसान खाद के लिए परेशान हैं, लेकिन मुख्यमंत्री और उनके अधिकारी किसानों और जनप्रतिनिधियों की बातें सुनने से इनकार कर रहे हैं। सिंघार ने कहा कि जब कांग्रेस विधानसभा में यह मुद्दा उठाती है, तो सरकार उसे झूठ करार देती है, जिसका परिणाम यह है कि आज सत्ताधारी पार्टी के विधायक को ही इस तरह का कदम उठाना पड़ा।
दूसरी ओर, विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह ने कहा कि वे किसानों की खाद समस्या को लेकर कलेक्टर से मिलने गए थे। उनका कहना है कि सहकारी समितियों में खाद की भारी कमी है, जबकि खुले बाजार में यह महंगे दामों पर आसानी से उपलब्ध है, जिससे कालाबाजारी की आशंका बढ़ गई है। किसानों को घंटों लाइन में लगने के बाद भी मुश्किल से एक या दो बोरी खाद मिल रही है। विधायक ने प्रशासन पर व्यवस्था में सुधार नहीं करने का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि अगर जल्द ही यह समस्या हल नहीं हुई तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। इस घटना के दौरान एसपी असित यादव, एएसपी संजीव पाठक और एडीएम एलके पांडेय सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे, जिन्होंने विधायक को समझाने की कोशिश की। विधायक ने फोन पर चंबल संभाग के कमिश्नर मनोज खत्री से भी बात की और उन्हें भी खाद संकट की जानकारी दी। यह घटना एक बार फिर जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाती है और सरकारी व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है।