दिल्ली के सरकारी अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर से मारपीट का आरोप, भाजपा विधायक हरीश खुराना पर लगा इल्जाम Aajtak24 News

दिल्ली के सरकारी अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर से मारपीट का आरोप, भाजपा विधायक हरीश खुराना पर लगा इल्जाम Aajtak24 News

नई दिल्ली - दिल्ली के मोती नगर में स्थित आचार्य श्री भिक्षु अस्पताल में इमरजेंसी में ड्यूटी पर तैनात एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ कथित तौर पर मारपीट का मामला सामने आया है। डॉक्टर ने अस्पताल प्रशासन को शिकायत देकर स्थानीय भाजपा विधायक हरीश खुराना और उनके समर्थकों पर बदसलूकी और मारपीट का आरोप लगाया है। इस घटना के बाद, डॉक्टरों के कई संगठनों ने सुरक्षा बढ़ाने और कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

क्या है पूरा मामला?

ट्रेनी डॉक्टरों का कहना है कि गुरुवार सुबह करीब 11:30 बजे, चार-पांच लोग एक 10 वर्षीय बच्चे को लेकर इमरजेंसी में पहुंचे, जिसकी अंगुली में चोट लगी थी। ये लोग तुरंत इलाज के लिए दबाव बनाने लगे। चूंकि ट्रेनी डॉक्टर और अन्य रेजिडेंट डॉक्टर पहले से ही एक दूसरे गंभीर मरीज को देख रहे थे, इसलिए उन्होंने बच्चे के साथ आए लोगों से थोड़ा इंतजार करने के लिए कहा। इसी बात पर वे लोग भड़क गए और डॉक्टर के साथ गाली-गलौज और बदसलूकी करने लगे। रेजिडेंट डॉक्टरों ने विधायक और उनके साथियों पर मारपीट का आरोप लगाया है, जिससे कुछ देर के लिए इमरजेंसी में मरीजों का इलाज भी प्रभावित हुआ।

राजनीतिक और डॉक्टर्स संगठनों की प्रतिक्रिया

इस घटना पर आम आदमी पार्टी (आप) ने भी सवाल उठाए हैं। 'आप' के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस इस मामले में भाजपा विधायक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने से कतरा रही है। उन्होंने कहा कि विधायक ने बुधवार को ही डॉक्टर के साथ मारपीट की थी। दूसरी ओर, विधायक हरीश खुराना ने सौरभ भारद्वाज के आरोपों को पूरी तरह से झूठ बताया है और चुनौती दी है कि वे कोई ऐसा फुटेज दिखाएं, जिसमें मारपीट हो रही हो।

विधायक हरीश खुराना का पक्ष

विधायक हरीश खुराना ने आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताते हुए कहा कि उन्हें अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही की लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिसके चलते वह मास्क पहनकर औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि वहां उन्होंने मरीजों के साथ गलत व्यवहार होते देखा, जिसके बाद उन्होंने डॉक्टरों से मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करने और बेहतर इलाज देने के लिए कहा। खुराना ने साफ तौर पर कहा कि उन्होंने किसी भी डॉक्टर या कर्मचारी के साथ कोई मारपीट नहीं की।

डॉक्टरों की हड़ताल की चेतावनी

इस घटना के बाद, रेजिडेंट डॉक्टरों ने अस्पताल प्रशासन को लिखित शिकायत दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक और उनके समर्थकों ने डॉक्टर को धमकाया, गाली-गलौज की और एक डॉक्टर को धक्का देकर उनकी सीट पर बिठा दिया। जब अन्य डॉक्टर सहयोग के लिए आए तो समर्थकों ने उनके साथ भी अभद्रता की। रेजिडेंट डॉक्टर्स ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो वे हड़ताल पर चले जाएंगे। इस घटना ने डॉक्टरों और मरीजों के बीच तनाव के मुद्दे को एक बार फिर सामने ला दिया है।

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