ट्यूशन से लौटते वक्त अपहरण, फिर फिरौती की मांग
निश्चित, जो अरेकेरे के शांतिनिकेतन लेआउट में अपने माता-पिता के साथ रहता था, बुधवार शाम को ट्यूशन से लौटते समय लापता हो गया। उसके पिता एक प्रतिष्ठित प्राइवेट कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। निश्चित साइकिल से घर आ रहा था, तभी बाइक पर सवार कुछ बदमाशों ने उसे रास्ते से अगवा कर लिया। छात्र के देर तक घर न पहुंचने पर परिजनों की चिंता बढ़ी और उन्होंने तलाश शुरू की। रात होते-होते अपहरणकर्ताओं ने निश्चित के माता-पिता को फोन किया और 5 लाख रुपये की फिरौती की मांग की। बेबस माँ फिरौती की रकम लिए रात भर अपने बेटे की सलामती की दुआ मांगती रही, लेकिन तब तक शायद बहुत देर हो चुकी थी। मामला तुरंत हुलिमावु पुलिस थाने में दर्ज कराया गया।
पुलिस एनकाउंटर में दबोचे गए हत्यारे
पुलिस ने निश्चित के अपहरण की शिकायत मिलते ही तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी। कॉल डिटेल्स और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के ज़रिए अपहरणकर्ताओं की लोकेशन ट्रैक करने की कोशिश की गई। पुलिस को गुरुवार देर रात सूचना मिली कि आरोपी बन्नेरघट्टा पुलिस सीमा के कग्गलिपुरा रोड के पास छिपे हुए हैं। हुलियामु पुलिस स्टेशन की एक टीम ने रात करीब 1 बजे ऑपरेशन शुरू किया। जब पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की, तो उन्होंने चाकू से हमला कर दिया। पुलिस ने पहले चेतावनी के तौर पर हवा में गोलियां चलाईं, लेकिन जब आरोपी भागने की कोशिश करने लगे, तो पुलिस को आत्मरक्षा में गोली चलानी पड़ी। गोली लगने से मुख्य आरोपी गुरुमूर्ति के दोनों पैरों में, जबकि उसके साथी गोपिकृष्ण उर्फ गोपाल के दाहिने पैर में चोट लगी। दोनों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया और गिरफ्तार कर लिया गया।
पूर्व ड्राइवर निकला हत्या का मास्टरमाइंड, जला मिला मासूम का शव
पुलिस की प्रारंभिक जाँच में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। मुख्य आरोपी गुरुमूर्ति पहले पीड़ित निश्चित के घर में स्पेयर ड्राइवर के तौर पर काम करता था। उसने अपने साथी गोपीकृष्णा के साथ मिलकर फिरौती के लिए इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया।
गुरुवार शाम को तलाशी के दौरान पुलिस को बन्नेरघट्टा वन क्षेत्र में एक अधजला शव मिला, जिसकी पहचान निश्चित के रूप में की गई। प्रारंभिक जाँच में सामने आया कि बदमाशों ने पहले उसका गला घोंटा, फिर पेट्रोल डालकर उसके शरीर को आग के हवाले कर दिया, ताकि उसकी पहचान मिटाई जा सके और अपराध के कोई निशान न मिलें। पुलिस का मानना है कि यह हत्या एक सुनियोजित अपराध थी, जिसे अपहरण की आड़ में अंजाम दिया गया।
डीसीपी नारायण (इलेक्ट्रॉनिक सिटी डिवीजन) और एसपी सी.के. बाबा (बेंगलुरु ग्रामीण) ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। हुलिमावु पुलिस स्टेशन में हत्या और अपहरण की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है और पुलिस आगे की गहन जाँच कर रही है। निश्चित के परिवार गहरे सदमे में है।