मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दुबई में JITO प्रतिनिधियों से किया संवाद: मध्य प्रदेश में वैश्विक निवेश, स्किलिंग और टेक्नोलॉजी का नया अध्याय Aajtak24 News

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दुबई में JITO प्रतिनिधियों से किया संवाद: मध्य प्रदेश में वैश्विक निवेश, स्किलिंग और टेक्नोलॉजी का नया अध्याय Aajtak24 News 

भोपाल - मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने दुबई प्रवास के दूसरे दिन जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (JITO) के प्रतिनिधियों के साथ मध्य प्रदेश में निवेश और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को लेकर विस्तृत चर्चा की। मुख्यमंत्री ने इस दौरान मध्य प्रदेश को वैश्विक निवेश, स्किलिंग और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के सरकार के महत्वाकांक्षी विजन को साझा किया और JITO समुदाय को प्रदेश की औद्योगिक प्रगति में भागीदार बनने के लिए आमंत्रित किया।

मध्य प्रदेश: निवेश के लिए सर्वाधिक उपयुक्त राज्य

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने JITO प्रतिनिधियों को बताया कि मध्य प्रदेश आज देश में निवेश के लिए सर्वाधिक उपयुक्त राज्य बन चुका है। उन्होंने इसके पीछे के प्रमुख कारणों को गिनाया, जिनमें उत्कृष्ट लॉजिस्टिक्स कनेक्टिविटी, राजनीतिक स्थायित्व, दक्ष मानव संसाधन और निवेशक-अनुकूल औद्योगिक नीतियां शामिल हैं। उन्होंने जोर दिया कि राज्य सरकार केवल निवेशकों को आकर्षित ही नहीं कर रही, बल्कि जमीन आवंटन से लेकर परियोजनाओं के सफल क्रियान्वयन तक एक सक्रिय सहयोगी की भूमिका निभा रही है।

MP-JITO निवेश फोरम और औद्योगिक परियोजनाओं पर चर्चा

बैठक के दौरान मध्य प्रदेश और JITO के बीच कई संभावित सहयोग बिंदुओं पर गहन चर्चा हुई। एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव दुबई में एक वार्षिक 'MP-JITO निवेश फोरम' की स्थापना करने का था। इस फोरम के माध्यम से मध्य प्रदेश की प्रमुख औद्योगिक परियोजनाओं, जैसे लॉजिस्टिक्स, औद्योगिक पार्क, इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण, फूड प्रोसेसिंग और सेमीकंडक्टर क्षेत्र को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर JITO प्रतिनिधियों को आगामी निवेश फोरम के आयोजन के लिए आमंत्रित भी किया।

स्किलिंग, टेक्सटाइल और नवीकरणीय ऊर्जा में सहयोग की संभावनाएं

मुख्यमंत्री ने राज्य की नवीन लॉजिस्टिक्स नीति की भी जानकारी दी, जो न केवल निर्यातकों को प्रोत्साहित करती है बल्कि अधोसंरचना डेवलपर्स के लिए भी अनेक प्रावधान करती है। उन्होंने JITO से जुड़े टेक्सटाइल और फूड सेक्टर के कॉरपोरेट्स को उज्जैन, मंदसौर और बसई जैसे क्षेत्रों में ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट्स में भागीदारी के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया। स्किल डेवलपमेंट पर जोर देते हुए, मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सुझाव दिया कि दुबई स्थित कौशल विकास संस्थान मध्य प्रदेश के ग्लोबल स्किल पार्क के साथ मिलकर संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करें। इसका उद्देश्य उद्योगों को कुशल मानव संसाधन उपलब्ध कराना है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार ODOP (वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट) के तहत दालें, तिलहन और प्रोसेस्ड फूड जैसे कृषि उत्पादों को वैश्विक बाज़ारों तक पहुँचाने के लिए JITO उद्यमियों के साथ समन्वय को प्राथमिकता दे रही है। बैठक में नवीकरणीय ऊर्जा और ड्रोन जैसे भविष्य के उद्योगों पर भी बातचीत हुई। मुख्यमंत्री ने JITO से जुड़ी क्लीनटेक कंपनियों को प्रदेश में पायलट प्रोजेक्ट्स शुरू करने के लिए आमंत्रित किया और बताया कि राज्य की नवीकरणीय ऊर्जा नीति इन क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देती है।

निवेश केवल आर्थिक अवसर नहीं, सामाजिक दायित्व भी

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस बात पर भी जोर दिया कि हाल ही में संपन्न ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान मध्य प्रदेश को मिले ऐतिहासिक निवेश प्रस्तावों के बाद अब सरकार उनके प्रभावी क्रियान्वयन की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश केवल एक आर्थिक अवसर नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक दायित्व भी है, जहाँ नए उद्यमों के माध्यम से रोजगार के अवसर पैदा होंगे और नवाचार को साकार रूप मिलेगा। बैठक में JITO के पदाधिकारी, टेक्नोलॉजी विशेषज्ञ और प्रमुख उद्यमी उपस्थित थे। उन्होंने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि वे मध्य प्रदेश में स्किलिंग, टेक्नोलॉजी इनक्यूबेशन और सामाजिक परियोजनाओं में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। JITO प्रतिनिधियों ने प्रदेश के साथ दीर्घकालिक औद्योगिक संबंधों में गहरी रुचि जताई और मुख्यमंत्री को एक विस्तृत निवेश संवाद आयोजित करने का प्रस्ताव भी सौंपा। यह संवाद मध्य प्रदेश के लिए वैश्विक निवेश और विकास के नए द्वार खोल सकता है।

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