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पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल गिरफ्तार, छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में ED का बड़ा एक्शन Aajtak24 News |
रायपुर - छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया है। ED ने शुक्रवार को चैतन्य बघेल के भिलाई स्थित आवास पर नए सिरे से छापेमारी की, जहां वे अपने पिता के साथ रहते हैं। इस दौरान महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए और लंबी पूछताछ के बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ED की कार्रवाई का विरोध करते हुए प्रदर्शन भी किया।
क्या है पूरा मामला और चैतन्य बघेल की भूमिका?
ED ने आरोप लगाया है कि 2019 से 2022 के दौरान छत्तीसगढ़ में एक सुनियोजित घोटाले के तहत लगभग 2,161 करोड़ रुपए की अवैध वसूली की गई। इस घोटाले में सरकारी अधिकारियों, नेताओं और शराब कारोबारियों की मिलीभगत शामिल थी, जिन्होंने शराब सप्लाई चेन में हेराफेरी की और सरकारी दुकानों के माध्यम से शराब की बिक्री और वितरण को नियंत्रित किया। ED की जांच में सामने आया है कि तत्कालीन आबकारी मंत्री को हर महीने मोटी नकद रकम दी जाती थी, और शराब बनाने वाली कंपनियों से भी रिश्वत ली जाती थी। साथ ही, बिना किसी रिकॉर्ड के कच्ची शराब की बिक्री होती थी, जिसका पैसा सीधे सिंडिकेट की जेब में गया। FL-10A लाइसेंस धारकों से भी विदेशी शराब के धंधे में एंट्री के नाम पर रिश्वत वसूली जाती थी। ED इस मामले में अब तक लगभग 205 करोड़ रुपए की संपत्तियों को अटैच कर चुकी है। चैतन्य बघेल का सार्वजनिक जीवन में कोई सक्रिय राजनीतिक रोल नहीं है, लेकिन वे कई व्यवसायों से जुड़े हुए बताए जाते हैं। ED सूत्रों के मुताबिक, मनी ट्रांसफर और संदिग्ध लेन-देन की कड़ियां चैतन्य बघेल से जुड़ती हैं। ED का कहना है कि पूछताछ के दौरान स्पष्ट जवाब न मिलने के कारण चैतन्य को हिरासत में लेना और फिर गिरफ्तार करना जरूरी हो गया था।
भूपेश बघेल ने ED की कार्रवाई पर उठाए सवाल
ED की इस कार्रवाई पर पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर बताया कि ED उनके भिलाई स्थित आवास पर पहुंची है। उन्होंने लिखा, "ED आ गई। आज विधानसभा सत्र का अंतिम दिन है। अडानी के लिए तमनार में काटे जा रहे पेड़ों का मुद्दा आज उठना था। भिलाई निवास में साहेब ने ED भेज दी है। संवाददाताओं से बात करते हुए बघेल ने आरोप लगाया, "आज विधानसभा में अडानी का मामला उठना है और उन्हें खुश करने के लिए पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह ने मेरे घर पर ईडी को भेज दिया है। हम डरेंगे नहीं। हम उनके सामने नहीं झुकेंगे। हम लड़ाई लड़ेंगे और ये सत्य की लड़ाई है। वे देश के सभी विपक्षी नेताओं को निशाना बना रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा कि ED पहले भी उनके घर आ चुकी है और वे एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग करेंगे, क्योंकि उन्हें लोकतंत्र और न्यायालय पर भरोसा है।
विरोध प्रदर्शन और राजनीतिक गरमाहट
चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही कांग्रेस कार्यकर्ता बड़ी संख्या में भूपेश बघेल के भिलाई स्थित आवास पर पहुंच गए। कार्यकर्ताओं ने ED की कार्रवाई का विरोध करते हुए घर के दोनों गेट पर जमीन पर बैठकर नारेबाजी शुरू कर दी। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ED की गाड़ियों पर पथराव की खबरें भी सामने आई हैं। भीड़ को काबू करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है, और भूपेश बघेल सत्र में भाग लेने के लिए घर से पहले ही निकल गए थे। यह घोटाला सिर्फ एक कानूनी मामला नहीं, बल्कि राजनीतिक तौर पर भी एक बड़े विवाद का कारण बन गया है, जिसने राज्य की सियासत में गर्माहट बढ़ा दी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए ED, आयकर विभाग और सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियां इसमें सक्रिय हैं।