राजा रघुवंशी हत्याकांड: हनीमून पर रची गई खूनी साजिश, पत्नी सोनम गिरफ्तार; 'बेवफाई' और 'सुपारी किलर' का चौंकाने वाला खुलासा! khulasha Aajtak24 News


राजा रघुवंशी हत्याकांड: हनीमून पर रची गई खूनी साजिश, पत्नी सोनम गिरफ्तार; 'बेवफाई' और 'सुपारी किलर' का चौंकाने वाला खुलासा! khulasha Aajtak24 News

भोपाल  - इंदौर के राजा रघुवंशी की मेघालय में हनीमून के दौरान हुई रहस्यमय हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। एक नई नवेली दुल्हन, सोनम रघुवंशी, अब अपने ही पति की सुपारी देकर हत्या कराने के आरोप में गिरफ्तार कर ली गई है। 17 दिनों तक लापता रहने के बाद गाजीपुर के एक ढाबे से सोनम की गिरफ्तारी ने इस मामले में एक नाटकीय मोड़ ला दिया है, और इसके पीछे 'बेवफाई' और जटिल मनोवैज्ञानिक कारण होने की आशंका जताई जा रही है। क्या वाकई सोनम एक 'खतरनाक बेवफा' निकलीं, और ऐसी सोच का विज्ञान क्या है?

हनीमून की आड़ में छिपी थी मौत की साजिश?

इंदौर के साकार नगर निवासी 29 वर्षीय राजा रघुवंशी और 27 वर्षीय सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई को बड़े ही धूमधाम से हुई थी। नवविवाहित जोड़ा 20 मई को हनीमून के लिए बेंगलुरु होते हुए गुवाहाटी पहुंचा, जहां उन्होंने मां कामाख्या देवी के दर्शन किए। इसके बाद, अपनी खुशहाल वैवाहिक यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए वे मेघालय के शिलांग पहुंचे और एक स्कूटी किराए पर ली। 22 मई को परिवार से आखिरी बार बात हुई, और फिर 23 मई को शिलांग के नोंग्रियाट गांव में प्रसिद्ध डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज घूमने के बाद दोनों अचानक लापता हो गए। किसी को भी यह अंदाजा नहीं था कि यह हनीमून उनकी जिंदगी का सबसे भयानक अध्याय बन जाएगा। शुरुआत में, इसे एक सामान्य गुमशुदगी का मामला समझा गया। परिवार ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। 24 मई को, राजा और सोनम द्वारा किराए पर ली गई स्कूटी सोहरा के पास लावारिस हालत में मिली, जिससे पुलिस की चिंताएं और भी बढ़ गईं। लगभग 11 दिनों तक चले सघन तलाशी अभियान के बाद, 2 जून को एक हृदय विदारक सच्चाई सामने आई – राजा का शव मेघालय के वेईसावडॉन्ग झरने के पास लगभग 150 फीट गहरी खाई में मिला। मृतक की पहचान राजा के दाहिने हाथ पर बने 'राजा' टैटू से हुई। शव के पास लकड़ी काटने वाला एक 'दाओ' (तेज धार वाला हथियार), राजा का पर्स, घड़ी, सोने की चेन, अंगूठी, हीरे का ब्रेसलेट और एक लेडीज सफेद शर्ट भी मिली। ये चीजें लूट और हत्या की ओर इशारा कर रही थीं।

सोनम की गिरफ्तारी: एक फोन कॉल जिसने खोला 'राज'

राजा का शव मिलने के बाद भी सोनम का कोई सुराग नहीं था, जिससे पुलिस और परिवार की बेचैनी बढ़ती जा रही थी। मीडिया में भी यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में था। आखिरकार, 17 दिनों की लंबी तलाश के बाद, सोनम रघुवंशी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के नंदगंज के पास एक ढाबे में मिलीं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोनम ने कथित तौर पर इसी ढाबे से अपने घर पर फोन किया था, जिसने पुलिस को उसकी लोकेशन ट्रेस करने में मदद की। यूपी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सोनम को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के समय सोनम की तबीयत ठीक नहीं थी और उसे हल्का बुखार था, जिसके बाद उसे गाजीपुर के वन स्टॉप सेंटर में भर्ती कराया गया। यह केंद्र संकटग्रस्त महिलाओं को सहायता प्रदान करता है। यूपी पुलिस ने स्पष्ट किया है कि वे सोनम से कोई पूछताछ नहीं करेंगे, और इंदौर पुलिस के गाजीपुर पहुंचने पर उसे उनके हवाले कर दिया जाएगा। इस गिरफ्तारी ने मामले में एक नाटकीय मोड़ ला दिया, क्योंकि अब सोनम खुद अपने पति की हत्या की आरोपी बन गई थीं।

मेघालय पुलिस का चौंकाने वाला दावा: 'सुपारी किलर' का एंगल और 4 गिरफ्तारियां

मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने इस मामले पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक ट्वीट करते हुए बड़ी सफलता का दावा किया। उन्होंने लिखा, "राजा हत्याकांड में 7 दिनों के भीतर मेघालय पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मध्य प्रदेश के रहने वाले 3 हमलावरों को गिरफ्तार किया गया है, एक महिला ने आत्मसमर्पण किया है और एक अन्य हमलावर को पकड़ने के लिए ऑपरेशन अभी भी जारी है। मेघालय की पुलिस महानिदेशक इदाशीशा नोंग्रांग ने इस बात की पुष्टि की है कि सोनम रघुवंशी ने गाजीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था। उन्होंने बताया कि रातभर की छापेमारी के दौरान तीन अन्य अभियुक्तों को भी गिरफ्तार किया गया है – इनमें से एक आरोपी को यूपी से, और दो अन्य अभियुक्तों को एसआईटी ने इंदौर से गिरफ्तार किया है। सबसे चौंकाने वाला खुलासा यह है कि डीजीपी ने बताया कि सोनम ने अपने पति राजा की हत्या के लिए सुपारी किलर को काम पर लगाया था। गिरफ्तार आरोपियों ने कुछ और लोगों के नाम भी बताए हैं, जिससे इस साजिश की परतें और खुलने की उम्मीद है।

सोनम के पिता का भावुक खंडन: 'मेरी बेटी बेगुनाह है, CBI जांच होनी चाहिए'

सोनम रघुवंशी के पिता देवी सिंह ने मेघालय पुलिस के इन दावों को सिरे से खारिज करते हुए अपनी बेटी की बेगुनाही पर जोर दिया है। एक भावुक और दृढ़ बयान में उन्होंने पत्रकारों से कहा, "मेरी बेटी सोनम रघुवंशी बेगुनाह है और मुझे उस पर पूरा भरोसा है कि वह कोई ऐसी हरकत नहीं कर सकती।" उन्होंने मेघालय सरकार और पुलिस पर 'झूठ बोलने' और 'कहानी गढ़ने' का आरोप लगाया। देवी सिंह ने कहा कि उनकी बेटी ने खुद ढाबे से फोन करके पुलिस को अपनी मौजूदगी की सूचना दी थी, न कि उसे गिरफ्तार किया गया। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस पूरे मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से जांच कराने की अपील की है, ताकि सच्चाई सामने आ सके और उनकी बेटी को न्याय मिल सके। उनका मानना है कि मेघालय पुलिस गुमराह कर रही है और उनकी बेटी को एक सुनियोजित तरीके से फंसाया जा रहा है।

'बेवफा' सोच का साइंस: प्यार से नफरत तक का सफर

सोनम रघुवंशी पर लगे आरोपों ने एक बार फिर ऐसे मामलों पर बहस छेड़ दी है, जहां रिश्तों में दरार के बाद खूनी अंजाम देखने को मिलता है। अक्सर ऐसे मामलों में 'बेवफाई' या किसी तीसरे की एंट्री को मुख्य कारण माना जाता है। लेकिन, मनोवैज्ञानिक रूप से ऐसी 'हत्यारी सोच' का विज्ञान क्या है? प्यार का रसायन: डोपामाइन और नोरेपाइनफ्रिन जर्नल ऑफ कंपेरेटिव न्यूरोलॉजी की एक रिपोर्ट के अनुसार, दिमाग में बनने वाले खास रसायनों, जैसे डोपामाइन और नोरेपाइनफ्रिन, के कारण दो लोगों के बीच प्रेम होता है। जब प्यार करने वालों के दिमाग में ये रसायन बनते हैं, तो वे हर समय एक-दूसरे के बारे में सोचना शुरू कर देते हैं। आर्काइव ऑफ सेक्सुअल बिहेवियर जर्नल बताता है कि डोपामाइन की अधिकता से लोग केवल एक-दूसरे के बारे में सोचते हैं, और सेंट्रल नोरेपाइनफ्रिन की वजह से उनकी एक-दूसरे से जुड़ी यादें बार-बार दोहराई जाती हैं।

दूरियां बढ़ने के कारण: उम्मीदें और ऑब्सेसिव बिहेवियर प्यार में उम्मीद का स्तर सामान्य लोगों के मुकाबले काफी बढ़ जाता है। जब ये उम्मीदें पूरी नहीं होतीं या छोटी-सी गलती भी नजरअंदाज करना मुश्किल हो जाता है, तो झगड़े बढ़ने लगते हैं। दिमाग का एक हिस्सा पार्टनर को 'अच्छा नहीं' मानने लगता है, और व्यक्ति किसी तीसरे की ओर आकर्षित होने लगता है। कुछ रिपोर्ट के अनुसार, जब पति-पत्नी के बीच कोई तीसरा आता है, तो मौजूदा पार्टनर में अच्छाई दिखना बंद हो जाती है। नए व्यक्ति को पाने की चाहत या उसके बारे में लगातार सोचने को ऑब्सेसिव बिहेवियर कहा जाता है। जब दिमाग में सेरोटोनिन हार्मोन के स्तर में कमी आती है, तो यह ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर (OCD) जैसी दिमागी बीमारी का कारण बन सकता है।

हत्या तक पहुंचने की वजह: 'साइंस' से परे की स्थितियां मनोचिकित्सकों के अनुसार, प्रेमियों का अलग होना या तीसरे की तरफ आकर्षित होना सामान्य है, लेकिन मामला हत्या तक क्यों पहुंच जाता है? इसे केवल किसी एक केमिकल के रिसाव से सीमित नहीं किया जा सकता। कई बार हाइपर एंजायटी, ईर्ष्या, विवाहेत्तर संबंधों के उजागर होने का डर, या दूसरे व्यक्ति से संबंधों का शक जैसी परिस्थितियां भी हत्या की वजह बन सकती हैं। हर मामले में हत्या का कारण अलग हो सकता है। यह सिर्फ केमिकल लोचा नहीं, बल्कि जटिल मनोवैज्ञानिक स्थिति, व्यक्तिगत इतिहास, और परिस्थितिजन्य दबावों का परिणाम हो सकता है।

राज कुशवाहा: वो 'तीसरा' कौन?

सोनम की गिरफ्तारी के बाद एक नया नाम तेजी से उभरा है: राज कुशवाहा। सूत्रों के मुताबिक, शादी से पहले सोनम का अफेयर इसी राज कुशवाहा नाम के शख्स से चल रहा था। राज, सोनम के पिता की माइका फैक्ट्री में मैनेजर के पद पर कार्यरत था, जबकि सोनम उसी फैक्ट्री में एचआर थीं। कयास लगाए जा रहे हैं कि अपने इसी अफेयर को जारी रखने या उसे वैध बनाने के लिए सोनम ने राजा रघुवंशी की सुपारी देकर हत्या करवा दी। हालांकि, सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी का कहना है कि राज घटना से दो दिन पहले तक फैक्ट्री में काम कर रहा था। इस नाम के सामने आने से हत्या का मकसद अब और स्पष्ट होता दिख रहा है।

जांच की दिशा और कानूनी कार्रवाई

मेघालय पुलिस ने राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। एसआईटी लगातार मामले की तह तक पहुंचने के लिए पड़ताल कर रही है। पुलिस ने राजा के शव के पास से बरामद 'दाओ' हथियार को जब्त कर लिया है, जिसके इस्तेमाल से हत्या की गई थी। इसके अलावा, होटल से सीसीटीवी फुटेज भी बरामद किए गए हैं, जहां राजा और सोनम आखिरी बार साथ देखे गए थे। पुलिस अब सोनम के गाजीपुर पहुंचने के पूरे रूट प्लान को खंगाल रही है, जिसमें बिहार, बंगाल और असम के रास्ते भी शामिल हो सकते हैं। यह मामला अभी भी पुलिस जांच के दायरे में है। सोनम रघुवंशी की भूमिका, अन्य गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ, और हत्या के पीछे के वास्तविक मकसद का पता चलने के बाद ही इस हाई-प्रोफाइल मामले की पूरी तस्वीर साफ हो पाएगी। यह घटना न केवल एक दुखद व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि अपराध और रहस्य का एक जटिल जाल भी है जिसे सुलझाने में समय और गहन जांच की आवश्यकता होगी। क्या आप इस मामले से संबंधित किसी अन्य पहलू पर और जानकारी चाहते हैं, जैसे गिरफ्तार किए गए अन्य तीन आरोपियों के बारे में, या राज कुशवाहा की वर्तमान स्थिति?

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