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देशभर में बारिश का कहर: कई राज्यों में बाढ़ और भूस्खलन ने मचाई तबाही, IMD ने जारी किया अलर्ट alert Aajtak24 News |
नई दिल्ली: देशभर में मॉनसून ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है, जिससे कई राज्यों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। एक तरफ जहां दिल्ली-एनसीआर के लोगों को बारिश से चिलचिलाती गर्मी से राहत मिली है, वहीं उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, झारखंड और अन्य राज्यों में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और मैदानी क्षेत्रों में बाढ़ के कारण हालात गंभीर हो गए हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले सात दिनों के लिए कई राज्यों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे चिंता और बढ़ गई है।
पहाड़ी राज्यों में बेकाबू हालात
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में मॉनसून ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। लगातार हो रही बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं और पहाड़ों से भूस्खलन की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। कई प्रमुख सड़कें भूस्खलन के कारण बंद हो गई हैं, जिससे आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है। हिमाचल प्रदेश में जोरदार बारिश ने कई शहरों को जलमग्न कर दिया है। शिमला, मनाली जैसे शहरों में सड़कें पानी में डूब गई हैं, जिससे लोग घरों में कैद होने को मजबूर हैं। उत्तराखंड में भी यही स्थिति है, जहां भूस्खलन और बाढ़ ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मौसम विभाग ने 5 जुलाई तक इन पहाड़ी राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी है, खासकर उत्तराखंड में 3 जुलाई तक और हिमाचल प्रदेश में 29-30 जून को बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान है।
मैदानी इलाकों में बाढ़ का कहर
मॉनसून की मार सिर्फ पहाड़ों तक सीमित नहीं है। मैदानी इलाकों में भी भारी बारिश ने कहर बरपाया है। झारखंड के जमशेदपुर में इतनी बारिश हुई कि बाढ़ जैसी स्थिति में स्कूली बच्चों को रेस्क्यू करना पड़ा। उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में भी बाढ़ जैसे हालात हैं। शहरों में सड़कें जलमग्न हो गई हैं और निचले इलाकों में पानी भर गया है, जिससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है। IMD के अनुसार, 30 जून को झारखंड में अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है, जबकि अगले कुछ दिनों तक बिहार, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में भी भारी बारिश का अनुमान है।
क्षेत्रवार मौसम का पूर्वानुमान और अलर्ट
मौसम विभाग ने देश के अलग-अलग हिस्सों के लिए विस्तृत चेतावनी जारी की है:
पूर्वी और मध्य भारत: 30 जून से 5 जुलाई के बीच झारखंड, ओडिशा, बिहार, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भारी बारिश जारी रहेगी। 2 जुलाई तक विदर्भ और 4-5 जुलाई को मध्य प्रदेश और बिहार में बहुत भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान आंधी-तूफान और 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भी संभावना है।
उत्तर-पश्चिम भारत: हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, और उत्तर प्रदेश में 5 जुलाई तक भारी बारिश का अनुमान है। वहीं, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और राजस्थान में 29 जून से 5 जुलाई तक बारिश हो सकती है।
पश्चिम भारत: कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों और गुजरात में अगले सात दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
पूर्वोत्तर भारत: अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में अगले सात दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। 2 से 5 जुलाई के बीच बहुत भारी बारिश का अनुमान है, जिससे बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो सकती है।
कुल मिलाकर, मॉनसून ने देश के एक बड़े हिस्से में तबाही मचा रखी है। लोगों को सतर्क रहने और मौसम विभाग द्वारा जारी की गई चेतावनियों का पालन करने की सलाह दी गई है।