![]() |
कराची में पाकिस्तानी मीडिया उद्यमी ने हिंदू युवक को बेरहमी से पीटा; वीडियो वायरल होने के बाद गिरफ्तार giraftar Aajtak24 News |
कराची - पाकिस्तान के कराची शहर से एक बेहद चौंकाने वाली और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक प्रसिद्ध मीडिया उद्यमी और 'बायोनिक फिल्म्स' के मालिक सलमान फारूक और उनके सशस्त्र बॉडीगार्ड्स पर एक हिंदू युवक को मामूली सड़क दुर्घटना के बाद बेरहमी से पीटने का आरोप लगा है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिससे पाकिस्तान के भीतर और बाहर भारी आक्रोश फैल गया है।
मामला क्या है?
यह घटना कराची के इत्तेहाद इलाके की बताई जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुधीर धुन राज नामक हिंदू युवक अपनी बहन कल्पना के साथ मोटरसाइकिल पर जा रहा था। दुर्भाग्यवश, सुधीर की बाइक गलती से सलमान फारूक की लग्जरी गाड़ी से छू गई। इसके बाद जो कुछ हुआ, वह बेहद अमानवीय और चौंकाने वाला था, जिसे मौके पर मौजूद एक कैमरे ने कैद कर लिया।
वायरल वीडियो में बर्बरता की तस्वीरें
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि सलमान फारूक खुद सुधीर के हाथ पकड़े हुए हैं। इस दौरान, उनकी गाड़ी में बैठे उनके निजी सुरक्षा गार्ड लगातार सुधीर को थप्पड़ मार रहे हैं और उस पर हमला कर रहे हैं। वीडियो में सुधीर की बहन कल्पना को अपने भाई के लिए दया की भीख मांगते हुए, हाथ जोड़कर रोते हुए सुना जा सकता है। वह लगातार "प्लीज उसे मत मारिए" की गुहार लगा रही थी, लेकिन सलमान फारूक और उनके गार्ड्स पर इसका कोई असर नहीं हुआ। कल्पना का रोना, चिल्लाना और गिड़गिड़ाना भी उन्हें इस बर्बरता को रोकने से नहीं रोक सका। यह दृश्य पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों की भेद्यता और असुरक्षा को दर्शाता है।
पुलिस कार्रवाई: एफआईआर और गिरफ्तारी
इस अमानवीय घटना के बाद, एक चश्मदीद, मुहम्मद सलीम की शिकायत के आधार पर गिजरी पुलिस स्टेशन में तत्काल एफआईआर दर्ज की गई। एफआईआर में सलमान फारूक और उनके सहयोगियों के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं, जिनमें हत्या की धमकी, शारीरिक हमला, एक महिला का उत्पीड़न और मौखिक दुर्व्यवहार शामिल हैं। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि सलमान फारूक को सोमवार देर रात कराची में गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके साथ उनके सशस्त्र सहयोगी भी हिरासत में लिए गए हैं। ARY News के अनुसार, कराची की एक अदालत ने सलमान फारूक और एक अन्य आरोपी को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है, ताकि मामले की आगे की जांच की जा सके।
सामाजिक आक्रोश और न्याय की मांग
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर वायरल हुआ, पाकिस्तान के भीतर और बाहर से भारी आलोचना और आक्रोश का सैलाब उमड़ पड़ा। लोग इस घटना को केवल 'रोड रेज' का मामला नहीं बता रहे हैं, बल्कि इसे एक धार्मिक अल्पसंख्यक हिंदू युवक के खिलाफ लक्षित हिंसा के रूप में भी देख रहे हैं। कई सोशल मीडिया यूजर्स ने तीखे सवाल उठाए हैं: "क्या पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के लिए कोई इंसाफ है?" और "क्या केवल अमीर और ताकतवर लोग ही कानून से ऊपर हैं?" यह घटना एक बार फिर पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं के प्रति व्यवहार और उनके अधिकारों की सुरक्षा पर वैश्विक बहस को जन्म दे सकती है। इस घटना ने पाकिस्तानी समाज में न्याय और समानता की आवश्यकता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिया है।