![]() |
पटवारियों पर बढ़ते हमलों से आक्रोश: मऊगंज में कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, सख्त कार्रवाई न होने पर काम बंद की चेतावनी chetavani Aajtak24 News |
मऊगंज/मध्य प्रदेश -पटवारियों के साथ लगातार बढ़ रही मारपीट और अभद्रता की घटनाओं से राजस्व अमला अब खुलकर विरोध में उतर आया है। मंगलवार को पटवारी संघ अध्यक्ष संजय धर द्विवेदी के नेतृत्व में 50 से अधिक पटवारियों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर संजय कुमार जैन (आपके दिए गए नाम में सुधार किया गया है, क्योंकि टेक्स्ट में 'अजय श्रीवास्तव' भी है) और एसपी दिलीप सोनी को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि हालिया मारपीट की घटनाओं पर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होती है, तो सभी पटवारी कार्य बहिष्कार करेंगे।
पुलिस की अनुपस्थिति पर गंभीर सवाल
पटवारियों का आरोप है कि सीमांकन (जमीन की पैमाइश) के दौरान विवाद होना आम बात है, लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसे मौकों पर अक्सर पुलिस बल मौजूद नहीं रहता। इस कारण पटवारियों को न केवल विवादों का सामना करना पड़ता है, बल्कि कई बार उन्हें मारपीट और गाली-गलौज का भी शिकार होना पड़ता है, जिससे उनकी सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है।
हालिया घटनाएं जिन्होंने भड़काया आक्रोश
इस विरोध प्रदर्शन का मुख्य कारण हाल ही में हुई कुछ घटनाएं हैं, जिन्होंने पटवारियों में भारी आक्रोश भर दिया है:
- तहसील नईगढ़ी के अंतर्गत पटवारी अमित पांडे
- बेला कमोद हल्के के बाबूलाल साकेत
- छत्रगढ़ कला के कन्हैयालाल वर्मा
इन पटवारियों के साथ मारपीट और अभद्रता की गई, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इन घटनाओं के आरोपियों पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे पटवारियों में असंतोष बढ़ गया है।
जोरदार नारेबाजी और प्रशासन को चेतावनी
कलेक्ट्रेट पहुंचे पटवारियों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार नारेबाजी की। "गिरफ्तारी नहीं तो काम नहीं" और "पटवारी एकता जिंदाबाद" जैसे नारों से परिसर गूंज उठा। पटवारी संघ ने प्रशासन को स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया और आरोपियों पर उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो समूचे जिले के पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। संघ ने यह भी कहा कि यदि ऐसा होता है और राजस्व कार्य बाधित होते हैं, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इस दौरान, कलेक्टर संजय कुमार जैन और पुलिस अधीक्षक दिलीप सोनी ने पटवारियों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन पटवारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और दोषियों पर कार्रवाई करने के लिए क्या कदम उठाता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।