किसानों के लिए बड़ी चेतावनी: कृषि योजनाओं के नाम पर सायबर ठग सक्रिय, सरकार ने जारी की विस्तृत एडवाइजरी Aajtak24 News

 

किसानों के लिए बड़ी चेतावनी: कृषि योजनाओं के नाम पर सायबर ठग सक्रिय, सरकार ने जारी की विस्तृत एडवाइजरी Aajtak24 News

भोपाल/मध्य प्रदेश - किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने वाली सरकारी योजनाओं को अब सायबर ठगों ने अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है. मध्य प्रदेश सरकार ने इस खतरे को भांपते हुए प्रदेश के किसानों के लिए एक विस्तृत और गंभीर सायबर सुरक्षा एडवाइजरी जारी की है। कृषि अभियांत्रिकी संचालनालय ने चेतावनी दी है कि जालसाज 'कस्टम हायरिंग सेंटर योजना' जैसी किसान कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के बहाने खुद को सरकारी अधिकारी बताकर किसानों को ठग रहे हैं। ऐसे कई मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जिससे किसानों की गाढ़ी कमाई खतरे में पड़ रही है। संचालक कृषि अभियांत्रिकी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है, "कस्टम हायरिंग योजना की पूरी प्रक्रिया बेहद पारदर्शी है. विभाग द्वारा कभी भी किसी भी हितग्राही से योजना से संबंधित जानकारी मांगने या संपर्क करने के लिए कॉल नहीं किया जाता है. अगर कोई ऐसा दावा करता है, तो वह सरासर फर्जीवाड़ा है।

इन संदिग्ध नंबरों से सावधान! अगर दिखें तो तुरंत ब्लॉक करें

एडवाइजरी में विशेष रूप से कुछ मोबाइल नंबरों का जिक्र किया गया है, जिनसे सायबर ठग किसानों को निशाना बना रहे हैं. किसानों से अनुरोध किया गया है कि इन नंबरों से आने वाले किसी भी तरह के कॉल (सामान्य कॉल, वॉट्सऐप कॉल/वीडियो कॉल या अन्य सोशल मीडिया से प्राप्त कॉल) को बिल्कुल भी न उठाएं. ये नंबर हैं: 07056847570, 07088438459, 0756847570, और 9520711020. इन नंबरों को तुरंत अपनी कॉल लिस्ट में ब्लॉक करने की सलाह दी गई है।

सायबर ठगी से बचने के लिए किसानों के लिए महत्वपूर्ण दिशानिर्देश:

  • अनजान व्यक्तियों पर कतई विश्वास न करें: किसी भी सूरत में अनजान व्यक्ति को अपनी व्यक्तिगत जानकारी, बैंक खाते का विवरण, आधार नंबर, या किसी भी सरकारी योजना से संबंधित गोपनीय जानकारी साझा न करें। ठग आपकी जानकारी का इस्तेमाल आपको परेशान करने या धोखाधड़ी करने के लिए कर सकते हैं।
  • सरकारी अधिकारी के नाम पर सतर्क रहें: यदि कोई व्यक्ति खुद को कृषि विभाग का अधिकारी या किसी बड़े अधिकारी का प्रतिनिधि बताकर आपसे बात करता है, तो उसकी बातों पर तुरंत विश्वास न करें। हमेशा सत्यापन करें. सरकारी विभाग कभी भी फोन पर आपसे संवेदनशील जानकारी नहीं मांगते हैं।
  • संदिग्ध लिंक्स पर क्लिक न करें: किसी भी अनजान मैसेज में आए लिंक पर क्लिक न करें। ये लिंक आपको नकली वेबसाइटों पर ले जा सकते हैं, जहां आपकी जानकारी चुराई जा सकती है।

धोखाधड़ी होने पर तुरंत कार्रवाई करें:

राज्य सरकार ने किसानों से अपील की है कि यदि उनके साथ कोई सायबर अपराध घटित होता है, तो वे तत्काल उसकी शिकायत करें. शिकायत दर्ज कराने के लिए निम्न विकल्प उपलब्ध हैं।

  • अपने नजदीकी पुलिस थाने में जाएं और पूरी घटना की जानकारी दें।
  • राष्ट्रीय सायबर क्राइम पोर्टल cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें।
  • सायबर क्राइम हेल्पलाइन (टोल फ्री) नंबर 1930 पर कॉल करके सहायता लें।

डिजिटल युग में, जहां एक तरफ तकनीक से खेती आसान हो रही है, वहीं दूसरी तरफ सायबर अपराधी भी सक्रिय हो रहे हैं. किसानों को इन जालसाजों से बचने के लिए बेहद सतर्क रहने और सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करने की आवश्यकता है ताकि वे अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रख सकें।

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