![]() |
दिल्ली में हैवानियत की हदें पार: 9 साल की मासूम का अपहरण, रेप के बाद सूटकेस में मिली लाश lash Aajtak24 News |
नई दिल्ली - देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के दयालपुर इलाके में एक 9 साल की मासूम बच्ची के साथ जघन्य दुष्कर्म और हत्या का मामला सामने आया है। बच्ची का शव शनिवार रात को कॉलोनी के ही एक घर में सूटकेस में बेहोश अवस्था में मिला, और अस्पताल ले जाते समय उसने दम तोड़ दिया। इस घटना ने न केवल आम जनता को झकझोर दिया है, बल्कि दिल्ली की कानून-व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सीधे तौर पर घेरा है और दिल्ली में बेटियों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए हैं।
घटना का दर्दनाक खुलासा: 'बर्फ देने गई थी, सूटकेस में मिली खून से लथपथ'
यह भयावह घटना दिल्ली के नेहरू विहार (दयालपुर थाना क्षेत्र) इलाके की है। बच्ची के पिता ने बताया कि शुक्रवार शाम लगभग पौने सात बजे उनकी 9 साल की बेटी पास में दादी के घर बर्फ देने गई थी। जब काफी देर तक वह वापस नहीं आई, तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। जल्द ही पता चला कि बच्ची दादी के घर पहुंची ही नहीं थी। गली में खेल रहे कुछ बच्चों ने बताया कि उन्होंने बच्ची को पास के एक फ्लैट में जाते देखा था। यह फ्लैट कॉलोनी में ही एक बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर था। जब परिजन उस फ्लैट पर पहुंचे, तो वहां ताला लगा हुआ था। आशंका होने पर परिवार ने ताला तोड़कर अंदर प्रवेश किया। घर के अंदर उन्हें एक सूटकेस मिला, जिससे खून रिस रहा था। सूटकेस खोलने पर अंदर बच्ची अर्धनग्न और बेहोशी की हालत में मिली। परिजनों ने तुरंत बच्ची को नजदीकी अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया और रेप होने की बात बताई। बच्ची के चेहरे पर भी चोट के निशान मिले हैं। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिवार को सौंप दिया गया है।
मुख्य आरोपी नौशाद फरार: गैंगरेप की भी आशंका
पीड़ित परिवार ने कॉलोनी में ही रहने वाले नौशाद नामक व्यक्ति पर रेप और हत्या का सीधा आरोप लगाया है। नौशाद उसी फ्लैट में रहता है जहां बच्ची सूटकेस में बंद मिली थी। वह बिरयानी बेचने का काम करता है और घटना के समय उसकी पत्नी मायके गई हुई थी, जिसके चलते वह घर में अकेला था। घटना के बाद से आरोपी नौशाद फरार है। पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत प्रिवेंशन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्शुअल ऑफेंसेज (POCSO) एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी की तलाश में दिल्ली पुलिस ने छह टीमें बनाई हैं, जो दिल्ली के अलावा पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के हापुड़, गाजियाबाद और आसपास के इलाकों में भी लगातार छापेमारी कर रही हैं। पुलिस ने नौशाद के भाई को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह मामला केवल एक व्यक्ति के रेप और हत्या तक सीमित नहीं हो सकता। शुरुआती जांच में यह भी सामने आ रहा है कि बच्ची के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया। सूत्रों के अनुसार, तीन से चार युवकों के नाम सामने आए हैं, जिन्होंने कथित तौर पर नशे में इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया। लोकल पुलिस के अलावा, क्राइम टीम और फोरेंसिक साइंस लैब (FSL) की टीम ने भी घटनास्थल का मुआयना कर महत्वपूर्ण सबूत जुटाए हैं।
राजनीति में गरमाई बहस: AAP ने गृह मंत्री अमित शाह को घेरा
इस जघन्य घटना ने दिल्ली की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, और राजनीतिक गलियारों में भी बहस तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला है। AAP के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर लिखा, "9 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना ने सभी को झकझोर दिया है। दिल्ली की कानून व्यवस्था को बीजेपी ने बिगाड़ दिया है। भाजपा की चार इंजन वाली सरकार में भी हमारी बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उनकी चार इंजन वाली सरकार को जवाब देना ही होगा। दिल्ली की बेटियों को जवाब भी चाहिए और न्याय भी चाहिए।"
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने तो सीधे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता को पत्र लिखा है। आतिशी ने कहा, "दिल्ली देश की राजधानी है। यहां एक 9 साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ और इसके बाद उसकी निर्मम हत्या कर दी गई। यह शर्मनाक है कि देश की राजधानी में ऐसी घटनाएं हो रही हैं। भाजपा को जवाब देना होगा कि जब उनकी दिल्ली में चार इंजन की सरकार है – केंद्र सरकार, दिल्ली पुलिस, मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल भी भाजपा के हैं – तो फिर वह हमारी बेटियों को सुरक्षित क्यों नहीं रख पा रही हैं? यह भाजपा की जिम्मेदारी है।"
आतिशी ने अमित शाह से सीधा सवाल किया, "दिल्ली में बच्ची के साथ हुई दरिंदगी और हत्या के लिए कौन जिम्मेदार? दिल्ली पुलिस आपके अधीन है तो फिर हमारी बेटियां असुरक्षित क्यों हैं? आप कब तक चुप रहेंगे? देश और दिल्ली को जवाब चाहिए।
इलाके में तनाव और प्रदर्शन: न्याय की मांग
इस घटना के बाद से नेहरू विहार और दयालपुर इलाके में भारी तनाव का माहौल है। स्थानीय लोगों में जबरदस्त गुस्सा और आक्रोश है। रविवार को, गुस्साए लोगों ने सड़कों पर उतरकर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। वे आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और बच्ची को न्याय दिलाने की मांग कर रहे थे। पुलिस को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात करना पड़ा। यह घटना एक बार फिर दिल्ली में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है। पुलिस पर जल्द से जल्द आरोपियों को पकड़ने और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का दबाव है, ताकि ऐसी जघन्य वारदातें दोबारा न हों और समाज में महिलाओं तथा बच्चों के प्रति सुरक्षा की भावना बहाल हो सके।