आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर तड़के भीषण हादसा: 80 यात्रियों से भरी डबल डेकर बस खाई में गिरी, 2 की मौत, 50 से ज़्यादा घायल ghayal Aajtak24 News

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर तड़के भीषण हादसा: 80 यात्रियों से भरी डबल डेकर बस खाई में गिरी, 2 की मौत, 50 से ज़्यादा घायल ghayal Aajtak24 News 

इटावा/उत्तर प्रदेश - आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर गुरुवार तड़के एक भीषण सड़क हादसे ने लोगों को दहला दिया। बिहार के मधुबनी से देश की राजधानी दिल्ली जा रही एक डबल डेकर बस इटावा जिले के सैफई थाना क्षेत्र में माइलस्टोन 103+700 के पास अनियंत्रित होकर एक्सप्रेसवे से करीब 30 फीट गहरी खाई में जा गिरी। इस दर्दनाक हादसे में दो यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों में से करीब 10 की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है।

हादसे का मंज़र: चीख-पुकार से गूंजा इलाका

हादसा सुबह करीब 4 बजे हुआ, जब अधिकांश यात्री गहरी नींद में थे। पुलिस के अनुसार, शुरुआती जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि ड्राइवर को नींद का झोंका आ गया था, जिसकी वजह से बस का संतुलन बिगड़ गया। बस एक्सप्रेसवे की रेलिंग तोड़ते हुए खाई में पलट गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हादसे के बाद घटनास्थल पर यात्रियों की चीख-पुकार मच गई। बस का ऊपरी हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था, जिससे कई यात्री अंदर फंस गए। इस डबल डेकर बस में लगभग 80 यात्री सवार थे।

युद्ध स्तर पर जारी है बचाव अभियान

हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, यूपीडा (UPDA) की टीम और एंबुलेंस तत्काल मौके पर पहुंचीं। अंधेरे और खाई की गहराई के कारण बचाव कार्य में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। बचाव दल ने कड़ी मशक्कत के बाद घायल यात्रियों को एक-एक कर खाई से बाहर निकाला। क्रेन की मदद से बस को हटाने का काम भी शुरू किया गया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी यात्री बस के नीचे न फंसा हो।

मृतकों की पहचान और घायलों की स्थिति

इस भीषण दुर्घटना में दो यात्रियों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों की पहचान नेपाल की रहने वाली सईदा खातून (22) और बिहार के दरभंगा निवासी मनोज कुमार (55) के रूप में हुई है। सभी घायलों को तुरंत सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में भर्ती कराया गया है। मेडिकल यूनिवर्सिटी द्वारा जारी की गई सूची के अनुसार, करीब 52 यात्री घायल हुए हैं। डॉक्टरों की एक विशेष टीम घायलों का इलाज कर रही है, जिसमें से लगभग 10 यात्रियों की हालत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों का कहना है कि गंभीर रूप से घायल यात्रियों को बचाने की हरसंभव कोशिश की जा रही है।

हादसे की वजह: झपकी या ब्रेक?

पुलिस के अनुसार, हादसे की प्राथमिक वजह ड्राइवर का नींद में होना बताया जा रहा है, लेकिन बस के चालक रामप्रवेश ने एक अलग दावा किया है। उनका कहना है कि उनके आगे चल रहे एक वाहन ने अचानक ब्रेक लगा दिया था, जिसकी वजह से उन्हें नियंत्रण खोना पड़ा। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। इटावा के जिलाधिकारी (DM) शुभ्रांत कुमार शुक्ला और एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव समेत कई वरिष्ठ अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्यों का जायजा लिया। डीएम ने मेडिकल यूनिवर्सिटी को घायलों के बेहतर उपचार के निर्देश दिए हैं। यह हादसा एक बार फिर लंबी दूरी की यात्राओं में ड्राइवरों की थकान और सुरक्षा मानकों के पालन को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है।

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