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पहलगाम का बदला: पाकिस्तान पर 'स्ट्राइक' के लिए भारतीय सेना का एक्शन प्लान तैयार tayyar Aajtak24 News |
पहलगाम के बाद एक्शन मोड में भारत, पाकिस्तान में खौफ:
पहलगाम हमले के बाद जिस तरह से केंद्र सरकार अलर्ट मोड पर है और प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय सेना को जवाबी कार्रवाई के लिए 'फ्री हैंड' दिया है, वह सामान्य संकेत नहीं है। भारत के इस सख्त रुख के कारण पाकिस्तान की नींद उड़ी हुई है। पड़ोसी मुल्क के मंत्री भी सार्वजनिक रूप से यह आशंका जता रहे हैं कि भारत आने वाले दिनों में उस पर सैन्य कार्रवाई कर सकता है। हालांकि, पाकिस्तान की ओर से लगातार बयानबाजी जारी है, लेकिन भारत सरकार किसी भी तरह की जल्दबाजी में कोई भी बड़ा फैसला नहीं लेना चाहती है। सरकार का स्पष्ट मानना है कि जवाबी कार्रवाई ऐसी होनी चाहिए जो प्रभावी हो, विश्वसनीय हो और क्षेत्रीय स्थिरता को खतरे में न डाले।
एलओसी पार किए बिना 'स्ट्राइक' की तैयारी:
सैन्य विशेषज्ञों और रणनीतिकारों के बीच इस बात पर गहन चर्चा चल रही है कि भारत किस तरह से पाकिस्तान को सबक सिखाएगा। भले ही भारत अभी कोई व्यापक युद्ध नहीं चाहता, लेकिन यह माना जा रहा है कि नियंत्रण रेखा (LoC) पार किए बिना भी पाकिस्तान को तगड़ी चोट पहुंचाने की योजना तैयार है। भारत के पास लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों का जखीरा है, जिनका इस्तेमाल 'आतंकिस्तान' को उसकी नापाक हरकतों के लिए दंडित करने के लिए किया जा सकता है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जवाबी अटैक और ग्रेडेड डायनमिक रेस्पॉन्स स्ट्रेटजी की योजना पहले से ही तैयार है। यह कोई जल्दबाजी में लिया गया फैसला नहीं होगा, बल्कि यह गहन विचार-विमर्श के बाद, विश्वसनीय और संतुलित तरीके से अंजाम दिया जाएगा।
पाकिस्तान पर 'स्ट्राइक' के पांच संभावित तरीके:
भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई के लिए निम्नलिखित पांच संभावित तरीकों पर विचार किया जा रहा है:
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तोप, मोर्टार और एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल से हमला: सैन्य विशेषज्ञों का मानना है कि भारत कार्रवाई के पहले चरण में पाकिस्तानी सेना की उन पोस्ट और टेरर लॉन्च पैड्स को निशाना बना सकता है, जिनका इस्तेमाल आतंकवादियों को भारत में घुसपैठ कराने के लिए किया जाता है। इसके लिए भारतीय सेना के पास मौजूद 155 एमएम की शक्तिशाली तोपों, 120 एमएम के मोर्टार और एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों का इस्तेमाल किया जा सकता है। इन हथियारों की सटीकता और मारक क्षमता LoC के भीतर रहकर भी पाकिस्तानी सेना और उसके आतंकी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा सकती है।
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लंबी दूरी की मिसाइलों का इस्तेमाल: भारत के पास अग्नि, पृथ्वी और ब्रह्मोस जैसी लंबी दूरी की मिसाइलें मौजूद हैं। इन मिसाइलों का इस्तेमाल LoC पार किए बिना ही पाकिस्तान के अंदर स्थित आतंकी प्रशिक्षण शिविरों, लॉजिस्टिक्स ठिकानों और संचार केंद्रों को निशाना बनाने के लिए किया जा सकता है। यह विकल्प हवाई हमले की तुलना में कम जोखिम भरा हो सकता है और पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश देने में सक्षम है।
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सर्जिकल स्ट्राइक का विकल्प खुला: सितंबर 2016 में उरी आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को सफलतापूर्वक अंजाम दिया था, जिसमें कई आतंकी लॉन्च पैड्स को नष्ट कर दिया गया था। पहलगाम हमले के बाद एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक का विकल्प चर्चा में है। हालांकि, इस बार की परिस्थितियां अलग हो सकती हैं और सेना इस विकल्प पर फूंक-फूंक कर कदम रखेगी।
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हवाई हमला (एयर स्ट्राइक): हवाई हमला एक और प्रभावी विकल्प हो सकता है, जिसके जरिए पाकिस्तान के अंदर गहरे तक स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया जा सकता है। हालांकि, इस विकल्प में स्थिति और बिगड़ने का खतरा अधिक होता है, क्योंकि पाकिस्तान भी जवाबी कार्रवाई कर सकता है। इसलिए, इस विकल्प पर अंतिम निर्णय गहन विचार-विमर्श के बाद ही लिया जाएगा।
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साइबर और सूचना युद्ध: पारंपरिक सैन्य कार्रवाई के अलावा, भारत साइबर और सूचना युद्ध के जरिए भी पाकिस्तान पर दबाव बना सकता है। पाकिस्तान के सरकारी संस्थानों, सैन्य संचार और आतंकी नेटवर्क को साइबर हमलों के जरिए बाधित किया जा सकता है। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान के आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले चेहरे को उजागर करके उसे अलग-थलग करने की रणनीति भी जारी रहेगी।
पाकिस्तान की कमजोरी और भारत की रणनीति:
ऐसी खबरें भी आ रही हैं कि पाकिस्तान इस समय आर्थिक संकट से जूझ रहा है और उसके पास 155 एमएम के तोप के गोलों की कमी हो गई है। वह कथित तौर पर तीसरे देशों के जरिए पैसे कमाने के लिए अपने तोप के गोलों को यूक्रेन भेज रहा है। यह पाकिस्तान की सैन्य कमजोरी को दर्शाता है और भारत के लिए एक रणनीतिक अवसर प्रदान कर सकता है।
सैन्य कार्रवाई कब? फिलहाल 'डराकर रखने' की रणनीति:
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि भारत सैन्य कार्रवाई कब करेगा? फिलहाल केंद्र सरकार की रणनीति पाकिस्तान को डराकर रखने की है। यही वजह है कि भारत लगातार कूटनीतिक दांव चलकर उस पर दबाव बना रहा है। दुनिया के दूसरे महत्वपूर्ण देशों के सामने पाकिस्तान के आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले चेहरे को बेनकाब करके भारत उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करने की रणनीति पर काम कर रहा है। केंद्र सरकार का मानना है कि सीधे सैन्य कार्रवाई से पहले डिप्लोमैटिक चैनल्स के जरिए पाकिस्तान को पूरी तरह से घेर लिया जाए।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। भारतीय सेना के पास जवाबी कार्रवाई के लिए कई विकल्प मौजूद हैं, जिनमें LoC पार किए बिना लंबी दूरी की मिसाइलों से हमला, सर्जिकल स्ट्राइक और हवाई हमले जैसे विकल्प शामिल हैं। हालांकि, सरकार किसी भी तरह की जल्दबाजी से बचते हुए कूटनीतिक और रणनीतिक स्तर पर पाकिस्तान को घेरने की रणनीति पर काम कर रही है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि भारत कब और किस तरीके से पाकिस्तान को इस कायराना हरकत का करारा जवाब देता है। फिलहाल, पाकिस्तान पर दबाव बनाए रखने और उसे डराकर रखने की रणनीति जारी है।