चंडीगढ़ में कोविड से पहली मौत, 40 साल के शख्स ने तोड़ा दम, अस्पतालों में अलर्ट जारी jari Aajtak24 News


चंडीगढ़ में कोविड से पहली मौत, 40 साल के शख्स ने तोड़ा दम, अस्पतालों में अलर्ट जारी jari Aajtak24 News 

चंडीगढ़ - केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में कोरोनावायरस ने अपनी पहली और खौफनाक दस्तक दे दी है। एक 40 वर्षीय लुधियाना निवासी व्यक्ति ने, जिसकी कोविड रिपोर्ट चार दिन पहले पॉजिटिव आई थी, बुधवार को सेक्टर-32 स्थित गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जीएमसीएच-32) में दम तोड़ दिया। इस घटना ने पूरे शहर में चिंता और भय का माहौल पैदा कर दिया है, जिसके बाद प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से सभी अस्पतालों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है और कोविड टेस्टिंग तथा निगरानी प्रक्रिया को अभूतपूर्व रूप से तेज कर दिया है।

लुधियाना निवासी की मौत: सांसों पर भारी पड़ा वायरस

जीएमसीएच-32 के डायरेक्टर डॉ. ए.के. अत्रे ने इस दुखद खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि लुधियाना निवासी 40 वर्षीय यह मरीज बीते चार दिन पहले सांस लेने में बेहद गंभीर परेशानी के चलते अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती हुआ था। उसकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी और डॉक्टरों द्वारा अथक प्रयासों के बावजूद उसमें कोई सुधार नहीं दिख रहा था। संदिग्ध लक्षणों के चलते उसका कोविड टेस्ट कराया गया, जिसकी रिपोर्ट मंगलवार को पॉजिटिव आई। संक्रमण के बेहद गंभीर और आक्रामक लक्षणों के कारण बुधवार को उसने अंतिम सांस ली। यह मृत्यु शहर के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि वायरस अभी भी मौजूद है और घातक हो सकता है।

अस्पतालों में बढ़ी अभूतपूर्व सतर्कता और युद्धस्तर पर तैयारी

चंडीगढ़ में पहली कोविड मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग और प्रमुख अस्पतालों ने अपनी कमर कस ली है। जीएमसीएच-32 ने कोरोना के संभावित मामलों से निपटने के लिए पहले से ही 10 बिस्तरों की एक विशेष आइसोलेशन यूनिट तैयार कर ली है, जिसे अब और विस्तार देने की तैयारी है। इसके साथ ही, शहर के दो प्रमुख चिकित्सा संस्थान, पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआई) और जीएमसीएच-32 दोनों ने कोविड टेस्टिंग की प्रक्रिया को युद्धस्तर पर तेज कर दिया है और अपनी निगरानी प्रणालियों को और अधिक मजबूत किया है। स्वास्थ्य कर्मियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं और सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने पर जोर दिया जा रहा है।

आसपास के क्षेत्रों में भी चिंता, विशेषज्ञ दे रहे चेतावनी

यह दुर्भाग्यपूर्ण मामला ऐसे समय में सामने आया है जब चंडीगढ़ और उसके आसपास के क्षेत्रों, जैसे मोहाली और पंचकुला, में कोविड की वापसी को लेकर चिंताएं फिर से सिर उठा रही हैं। इससे पहले, 23 मई को मोहाली में हरियाणा के यमुनानगर की 51 वर्षीय एक महिला की कोविड रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी, जो पंजाब में एक धार्मिक समागम में हिस्सा लेने आई थी। ये मामले दर्शाते हैं कि वायरस का खतरा अभी टला नहीं है और यह क्षेत्रीय स्तर पर फिर से सक्रिय हो सकता है। पीजीआई की विशेषज्ञ डॉ. पीवीएम लक्ष्मी ने जनता से अपील की है कि वे घबराएं नहीं, लेकिन कोविड की अनिश्चित और अप्रत्याशित प्रकृति को किसी भी कीमत पर नजरअंदाज न करें। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर किसी को भी खांसी, बुखार, जुकाम, गले में खराश या सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण महसूस होते हैं, तो उन्हें बिना किसी देरी के तत्काल डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए और अपना कोविड टेस्ट कराना चाहिए।

प्रशासन की अपील: 'सावधान रहें, सुरक्षित रहें'

चंडीगढ़ प्रशासन ने शहर के सभी नागरिकों से कोरोनावायरस के प्रति सभी आवश्यक सावधानियां बरतने की अपील की है। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क के उपयोग, सामाजिक दूरी बनाए रखने और नियमित रूप से हाथ धोने जैसी सामान्य निवारक उपायों का पालन करना अनिवार्य बताया गया है। यह पहली मौत एक रिमाइंडर है कि कोविड-19 अभी भी एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती है और सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है कि वे इसके प्रसार को रोकने में सहयोग करें। क्या चंडीगढ़ इस नई चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है, और क्या जनता इस गंभीरता को समझेगी?

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