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जिस घर में बहन बेटी का आगमन होता रहता है वह घर बहुत भाग्यशाली है-- पंडित बनवारी लाल जी चौबे choube Aajtak24 News |
टांडा - प्राचीन नर्सिंग मंदिर परिसर में आयोजित राम कथा के नवम दिवस पर कथावाचक पंडित बनवारी लाल जी चौबे ने अपने प्रवचन में कहा कि जिस घर में बहन और बेटी का आगमन होता है, वह घर भाग्यशाली होता है। उन्होंने कहा कि हमें हमेशा बहन-बेटियों का स्वागत खुशी से करना चाहिए और विदाई के समय उन्हें सम्मानपूर्वक कुछ न कुछ देना चाहिए, क्योंकि उन पर किया गया खर्च कई गुना फल देता है। राम कथा के दौरान पंडित जी ने भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक के प्रसंग को बड़े सुंदर तरीके से प्रस्तुत किया। इस दौरान लंकापति रावण की मुक्ति के बाद भगवान राम का राज्याभिषेक धूमधाम से किया गया। जैसे ही छोटे-छोटे मासूम बच्चों ने भगवान श्रीराम के रूप में मंदिर परिसर में प्रवेश किया, 'रामचंद्र भगवान की जय' के जयकारे से पूरा पंडाल गूंज उठा।
कथा में यह भी बताया गया कि भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक के बाद एक नई आशा और विश्वास का संचार हुआ। साथ ही, धर्म और न्याय के मार्ग पर चलने का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में नगरवासियों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। भगवान श्रीराम का अभिषेक पूजन 1100 कमल के पुष्पों से मंत्रोच्चारण के साथ विधिपूर्वक संपन्न किया गया। इस अवसर पर लक्ष्मी नारायण पूजन, अभिषेक और हवन की प्रक्रिया भी हर दिन की तरह संपन्न की गई।
कथा में एक ओर महत्वपूर्ण बात यह रही कि नगर की धर्मप्रेमी जनता ने इस अवसर पर धर्म लाभ लिया और भगवान श्रीराम के संदेशों को आत्मसात किया। पंडित बनवारी लाल जी चौबे ने अपनी कथा के माध्यम से न केवल भगवान राम की महिमा का गुणगान किया, बल्कि जीवन में आदर्शों और नैतिक मूल्यों को अपनाने की प्रेरणा भी दी।