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पश्चिम बंगाल हिंसा पर गरमाई सियासत: 'बांग्लादेश का लाइट वर्जन' बना दिया है राज्य को, BJP का ममता सरकार पर हमला hamla Aajtak24 News |
सुकांत मजूमदार बोले- बंगाल को बना दिया बांग्लादेश का लाइट वर्जन
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री और भाजपा नेता सुकांत मजूमदार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर सीधा हमला करते हुए कहा कि, "उन्होंने बंगाल को बांग्लादेश का लाइट वर्जन बना दिया है। यहां हिंदुओं की हत्याएं हो रही हैं और शासन व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।" सुकांत ने यह भी कहा कि मुर्शिदाबाद और मालदा में जैसी हिंसा हुई, वैसा दृश्य भारत में नहीं, बल्कि बांग्लादेश में देखा जाता है।
सुवेंदु अधिकारी की NIA जांच की मांग
राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने भी मामले को लेकर ममता सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हिंदू समुदाय खतरे में है, उनके घर और दुकानें जलाई जा रही हैं, मंदिरों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। अधिकारी ने कहा कि हिंसा एक पूर्व नियोजित साजिश थी और इसकी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) से जांच करवाई जानी चाहिए। उन्होंने समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उनका बयान राजनीति से प्रेरित है और तथ्यों से परे है।
राष्ट्रीय महिला आयोग और NHRC की सक्रियता
हिंसा के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) की टीम भी मुर्शिदाबाद पहुंची। महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और कहा कि स्थिति बेहद गंभीर है। उन्होंने बताया कि कई पीड़ित महिलाओं ने बताया कि उनकी जान बीएसएफ की मदद से बचाई गई।रहाटकर ने कहा, "हम उन महिलाओं और बच्चों के दर्द में उनके साथ खड़े हैं। हम केंद्र सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे और राज्य सरकार से पुनर्वास और मुआवजे की सिफारिश करेंगे।"
हत्या के आरोप में 4 गिरफ्तारियां
11 अप्रैल को हुई हिंसा के दौरान हरगोबिंदो दास (72) और उनके बेटे चंदन दास (40) की घर के सामने ही भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। इस मामले में अब तक चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। मुख्य आरोपी जियाउल शेख, जो 12 अप्रैल से फरार था, को STF और SIT की संयुक्त टीम ने 19 अप्रैल को पकड़ा। पुलिस का कहना है कि उसी ने भीड़ को उकसाया था।
राज्यपाल की सक्रियता और पीड़ितों से सीधा संवाद
राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने 19 अप्रैल को मुर्शिदाबाद का दौरा कर पीड़ित परिवारों से सीधे मुलाकात की। उन्होंने उन्हें अपना निजी फोन नंबर दिया ताकि कोई भी पीड़ित उनसे सीधे बात कर सके। इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल से अनुरोध किया था कि वे फिलहाल दौरा स्थगित करें क्योंकि "स्थिति नियंत्रण में है"।
ममता बनर्जी का आरोप- भाजपा, BSF और केंद्रीय एजेंसियों की साजिश
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 16 अप्रैल को इमामों की एक बैठक की जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि मुर्शिदाबाद की हिंसा पूर्व नियोजित थी। ममता ने दावा किया कि इसमें भाजपा, BSF और केंद्रीय एजेंसियों की मिलीभगत है और इसे सांप्रदायिक रंग देकर राज्य को अस्थिर करने की साजिश रची जा रही है।
कोर्ट का निर्देश और पुलिस की कार्रवाई
17 अप्रैल को कलकत्ता हाईकोर्ट ने मुर्शिदाबाद में केंद्रीय बलों की तैनाती जारी रखने का आदेश सुरक्षित रखा। कोर्ट ने NHRC, राज्य मानवाधिकार आयोग और राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रतिनिधियों को हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने की सलाह दी। हाईकोर्ट ने BJP, TMC और अन्य दलों को भड़काऊ बयानबाजी से बचने की सख्त चेतावनी दी और कहा कि, "यह निर्देश किसी एक के लिए नहीं, सभी के लिए है।" पश्चिम बंगाल पुलिस ने अब तक 278 लोगों को गिरफ्तार किया है। DIG सैयद वकार रजा के नेतृत्व में 11 सदस्यीय SIT बनाई गई है जो पूरे मामले की तहकीकात कर रही है।
वक्फ बिल बना हिंसा का कारण
8 अप्रैल को वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 के विरोध में मुर्शिदाबाद और अन्य हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए। कई वाहनों को आग के हवाले किया गया, जिनमें पुलिस की गाड़ियां भी शामिल थीं। पुलिसकर्मियों पर पथराव हुआ और जवाब में लाठीचार्ज व आंसू गैस का उपयोग किया गया। इसके बाद हालात बिगड़ते चले गए।