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हनुमना बॉर्डर पर परिवहन विभाग की अवैध वसूली से परेशान ट्रक चालक ने की आत्महत्या की कोशिश, वीडियो वायरल vairal Aajtak24 News |
रीवा/मऊगंज - मऊगंज जिले के हनुमना बॉर्डर से एक चौंकाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक ट्रक चालक परिवहन विभाग की कथित अवैध वसूली से परेशान होकर ट्रक के ऊपर चढ़ जाता है और गले में फांसी का फंदा डालकर आत्महत्या करने की कोशिश करता है। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है और प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कैसे हुआ पूरा घटनाक्रम
मध्य प्रदेश सरकार ने सभी परिवहन चेक पोस्टों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया था, लेकिन इसके बावजूद परिवहन विभाग के कर्मचारी और अधिकारी अवैध वसूली करने से बाज नहीं आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि हनुमाना बॉर्डर पर स्थित एक बंद पड़े चेक पोस्ट के पास कुछ कर्मचारी अधिकारियों के निर्देश पर ट्रक चालकों से जबरन अवैध वसूली कर रहे थे। इसी दौरान, जब एक ट्रक चालक ने इस वसूली का विरोध किया, तो कथित तौर पर उसे धमकाया गया और जबरन पैसे देने के लिए मजबूर किया गया। इससे नाराज होकर चालक ने विरोध का अनोखा तरीका अपनाया और ट्रक के ऊपर चढ़कर फांसी लगाने की कोशिश करने लगा।
मौके पर अफरातफरी का माहौल
जैसे ही चालक ने आत्महत्या की कोशिश की, वहां मौजूद परिवहन विभाग के कर्मचारियों के होश उड़ गए। उन्होंने ट्रक चालक को समझाने और उसे नीचे उतारने की कोशिश की। कुछ लोगों ने हाथ जोड़कर उससे ऐसा न करने की गुहार लगाई, जबकि अन्य उसे शांत करने का प्रयास करने लगे। कड़ी मशक्कत के बाद चालक को किसी तरह से नीचे उतारा गया। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान, ट्रक चालक ने परिवहन विभाग द्वारा की जा रही अवैध वसूली के खिलाफ जमकर आरोप लगाए और प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े किए।
वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन की बड़ी कार्रवाई
सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया। रीवा जोन के प्रभारी पुलिस महानिरीक्षक साकेत प्रसाद पांडे ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है। हालांकि, अभी तक इस वीडियो की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
अवैध वसूली का लंबा सिलसिला और बड़े सवाल
यह कोई पहली घटना नहीं है जब परिवहन विभाग की अवैध वसूली को लेकर बवाल मचा हो। दैनिक आज तक 24 पहले भी सोहागी और हनुमाना चेक पोस्ट पर हो रही अवैध वसूली को प्रमुखता से उजागर कर चुका है। सूत्रों के अनुसार, इस अवैध वसूली में सिर्फ परिवहन विभाग ही नहीं, बल्कि कई सफेदपोश और राजनीतिक हस्तियां भी शामिल हैं। ट्रक ऑपरेटरों का आरोप है कि यह वसूली एक संगठित रैकेट के तहत की जाती है, जिसमें कुछ निजी लोगों की भी भागीदारी होती है।
मुख्यमंत्री के निर्देशों की उड़ रही धज्जियां
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में सभी परिवहन चेक पोस्टों को बंद करने के सख्त निर्देश दिए थे। इसके बावजूद, अवैध वसूली का यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। भोपाल में आरक्षक सौरभ शर्मा का मामला अभी जांच के अधीन है, जबकि परिवहन विभाग के कई अधिकारी और कर्मचारी अवैध वसूली से करोड़पति और अरबपति बन चुके हैं।
क्या सरकार और विपक्ष इस मुद्दे को उठाएंगे
इस घटना ने एक बार फिर इस बात को साबित कर दिया है कि परिवहन विभाग की अवैध वसूली पूरे प्रदेश में एक गंभीर समस्या बन चुकी है। मऊगंज और रीवा ही नहीं, बल्कि पूरे संभाग में अवैध वसूली का यह खेल खुलेआम जारी है। सड़क किनारे 24 घंटे वाहन रोककर वसूली की जाती है, और दूसरी ओर, ओवरलोड वाहन बिना किसी रोक-टोक के राष्ट्रीय राजमार्गों पर दौड़ते रहते हैं, जिससे सड़कें बर्बाद हो रही हैं और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ रहा है। अब देखना यह होगा कि मुख्यमंत्री और विपक्षी नेता इस मामले को संज्ञान में लेकर कोई ठोस कार्रवाई करते हैं या फिर यह मामला भी अन्य घटनाओं की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा। क्या ट्रक चालकों की आवाज़ सुनी जाएगी? क्या दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी? यह सवाल अब सरकार के सामने है।