सोने की महत्वता, मिलावट और उपभोक्ता जागरूकता पर विशेष रिपोर्ट report Aajtak24 News

 

सोने की महत्वता, मिलावट और उपभोक्ता जागरूकता पर विशेष रिपोर्ट report Aajtak24 News 

रीवा - सोना एक ऐसी बहुमूल्य धातु है, जो न केवल भारत, बल्कि सम्पूर्ण विश्व में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यह आभूषण, निवेश, और धार्मिक कार्यों में उपयोगी माना जाता है। भारत में सोने का अत्यधिक प्रयोग विशेष रूप से महिलाओं और पुरुषों द्वारा आभूषणों के रूप में किया जाता है। इसके अतिरिक्त, औषधि में भी इसका प्रयोग होता है और सनातन धर्म में सोने की विशेष मान्यता है।

सोने की शुद्धता और प्रकार

सोने को मुख्यतः चार श्रेणियों में बांटा गया है:

  • 24 कैरेट (100% शुद्धता)
  • 22 कैरेट (92% शुद्धता)
  • 18 कैरेट (75% शुद्धता)
  • 14 कैरेट (58% शुद्धता)

इसके अलावा, सोने की लचीलापन को बढ़ाने के लिए तांबा, चांदी, जस्ता और अन्य धातुओं का मिश्रण किया जाता है, जिससे आभूषणों की मजबूती और डिजाइन की विविधता सुनिश्चित होती है।

सोने का व्यवसाय और मिलावट

भारत में सोने का व्यवसाय एक बेहद लाभकारी क्षेत्र बन चुका है। सोने के आभूषणों की खरीदारी से हर वर्ग के लोग जुड़े हुए हैं, चाहे वह गरीब हो या अमीर। इसके बावजूद, बाजार में 24 कैरेट सोने के नाम पर मिलावट का खेल भी चलता है। व्यापारियों द्वारा 24 कैरेट सोने की गारंटी दी जाती है, लेकिन वास्तविकता में सोने में अन्य धातुओं का मिश्रण होता है, ताकि वह मजबूती प्रदान कर सके और आभूषण आकर्षक बने। इस मिलावट के कारण सोने के आभूषणों का वजन बढ़ जाता है, लेकिन जब इन्हें बेचा जाता है तो बट्टा काटा जाता है, जिससे उपभोक्ता को नुकसान होता है।

24 कैरेट के नाम पर छलावा

भारत में बहुत से लोग 24 कैरेट सोने की खरीदारी करते हैं, लेकिन कई बार यह सोने की शुद्धता के नाम पर धोखाधड़ी होती है। वास्तव में, 24 कैरेट सोने से आभूषण बनाना संभव नहीं है, क्योंकि उसकी लचीलापन इतनी अधिक होती है कि वह नक्काशी और कलाकारी के लिए उपयुक्त नहीं होता। इसके कारण सोने में अन्य धातुओं का मिश्रण किया जाता है। लेकिन यह मिलावट की गई सामग्री ग्राहक को शुद्ध सोने की कीमत पर दी जाती है, जो उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ा धोखा बनता है।

व्यापारी लाभ और उपभोक्ता नुकसान

सोने के आभूषणों की कीमत दिनों-दिन बढ़ रही है। वर्तमान में सोने की कीमत लगभग 7000 रुपये प्रति ग्राम से ऊपर हो चुकी है। ऐसे में सोने के व्यापारियों के लिए यह एक जबरदस्त मुनाफे का स्रोत बन गया है। 24 कैरेट सोने के नाम पर जो मिलावट होती है, उसकी कीमत भी सोने के दाम पर ली जाती है, जिससे उपभोक्ताओं को भारी नुकसान हो रहा है। ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी इलाकों तक, सोने के कारोबारी अपने लाभ के लिए इस मिलावट का फायदा उठा रहे हैं, जबकि उपभोक्ता उच्च कीमतों पर आभूषण खरीद रहे हैं।

जागरूकता की आवश्यकता

सोना एक ऐसा उपहार है जिसे विशेष अवसरों पर दिया जाता है, लेकिन इसके नाम पर होने वाली धोखाधड़ी से उपभोक्ताओं को बचाने के लिए जागरूकता बहुत जरूरी है। विशेषज्ञों का कहना है कि सोने में मिलावट से वह जल्दी टूट सकता है, लेकिन व्यापारियों द्वारा इसका कोई ठोस जवाब नहीं दिया जाता। इसका कारण है कि आभूषण बनाने में मजबूती के लिए अन्य धातुओं का प्रयोग किया जाता है। हालांकि, अब व्यापारी अपनी निजी लाभ के लिए अत्यधिक मिलावट करने लगे हैं, जिससे उनकी विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं।

निष्कर्ष

यह रिपोर्ट उपभोक्ताओं को सोने के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है। हमारा उद्देश्य किसी विशेष व्यक्ति या व्यापारी के खिलाफ नहीं है, बल्कि बाजार में हो रही मिलावट और धोखाधड़ी के खिलाफ जागरूकता फैलाना है। अगली रिपोर्ट में हम चांदी के बारे में और उसके कारोबार से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा करेंगे, ताकि उपभोक्ता अधिक सजग हो सकें और उनका पैसा सुरक्षित रहे।

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