सहकार भारती का स्थापना दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया gaya Aajtak24 News


सहकार भारती का स्थापना दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया gaya Aajtak24 News 

धार -  मध्य प्रदेश में सहकार भारती का स्थापना दिवस कालिका मंदिर परिसर, धार में धूमधाम से मनाया गया। इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में संघ के विभाग कार्यवाह आदरणीय अरविंदजी चौधरी और श्री सुरेश माहेश्वरी, जिला धार के अध्यक्ष, साथ ही सहकारिता क्षेत्र के श्री करणसिंह पंवार विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में सैकड़ों सहकार बंधुओं ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा ध्वज वंदन और भारत माता तथा सहकार भारती के संस्थापक डॉ. लक्ष्मणराव ईनामदारजी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुआ। कार्यक्रम के दौरान, सहकार भारती के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्री प्रशांत ठाकरे द्वारा अतिथियों का परिचय दिया गया और संगठन मंत्र और गीत की प्रस्तुति श्री मनीष जैन, टांडा द्वारा की गई। प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्री गोविंद मुकादमजी ने सहकार भारती के लक्ष्य और पारदर्शी सहकारिता के ध्येय पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि सहकार भारती का उद्देश्य समाज में सुशासन और सहकारिता के माध्यम से विकास को बढ़ावा देना है। अध्यक्षीय उद्बोधन में श्री सुरेश माहेश्वरी ने संगठन की संरचना पर विस्तार से चर्चा की और समस्त पैक्स इकाइयों तक सांगठनिक संरचना को पूरा करने का संकल्प लिया। विशेष अतिथि श्री करणसिंह पंवार ने सहकारिता के क्षेत्र में जनकल्याण को प्राथमिकता देने की आवश्यकता को उगर किया और समर्पण भाव से कार्य करने का आह्वान किया। मुख्य अतिथि आदरणीय अरविंदजी चौधरी ने संघ के विभिन्न समाज सेवा प्रकल्पों के माध्यम से समाज को एकजुट करने के प्रयासों को सराहा और उपस्थित सहकारियों को जीवनशैली, पर्यावरण, स्वदेशी और समाज में समता का संदेश दिया। कार्यक्रम में मातृशक्ति के रूप में भावना पंवार, सुनीता देवासकर, राखी मित्तल, उत्तरा विश्वास, सीमा शुक्ला, उषा जायसवाल, वंदना हरोरे, लक्ष्मी पटेल आदि की महत्वपूर्ण उपस्थिति रही। कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन सहकार भारती के जिला संपर्क प्रमुख श्री मनीष जी जैन, टांडा ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन श्री शिवपाल आर्य ने व्यक्त किया। यह कार्यक्रम सहकार भारती के उद्देश्य और विचारधारा को प्रमोट करने और समाज में सहकारिता की भावना को जागृत करने का एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।





Post a Comment

Previous Post Next Post