धान खरीदी केंद्र की बदइंतजामी ने किसानों को किया बेहाल, प्रशासन पर सवाल saval Aajtak24 News


धान खरीदी केंद्र की बदइंतजामी ने किसानों को किया बेहाल, प्रशासन पर सवाल saval Aajtak24 News 

रीवा - रीवा जिले के त्योंथर तहसील स्थित घुमा पहाड़ वेयरहाउस में धान खरीदी की प्रक्रिया पूरी तरह से अव्यवस्थित हो गई है। सैकड़ों किसान अपने ट्रैक्टरों में धान लेकर कई दिनों से खरीदी केंद्र पर खड़े हैं, लेकिन उन्हें न तो तुलाई की जा रही है और न ही कोई प्रशासनिक सहायता मिल रही है। इससे किसानों में आक्रोश बढ़ रहा है और वे प्रशासन पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं।

किसानों की परेशानियां:

  1. लंबी कतारें और इंतजार: किसान मेवालाल, पिता रामनिवास निवासी घुमा, और अंकित पटेल ने बताया कि उनका ट्रैक्टर पांच दिनों से कतार में खड़ा है, लेकिन अभी तक धान की तोलाई नहीं हो पाई है। उनका समय और संसाधन दोनों बर्बाद हो रहे हैं।

  2. ट्रैक्टर के पार्ट्स की चोरी: किसानों ने बताया कि लंबे इंतजार के दौरान उनके ट्रैक्टरों के पार्ट्स चोरी हो रहे हैं, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

  3. भ्रष्टाचार के आरोप: कुछ किसानों का आरोप है कि बिना रिश्वत दिए उनकी धान की तोलाई नहीं हो रही। हालांकि, इस आरोप की पुष्टि जांच के बाद ही हो सकेगी।

  4. संसाधनों की कमी: खरीदी केंद्र पर बारदाने की कमी और पल्लेदारों की अनुपलब्धता के कारण धान की तोलाई की प्रक्रिया धीमी हो गई है।

खराब प्रबंधन और प्रशासनिक लापरवाही:

केंद्र पर अव्यवस्था का आलम यह है कि जगह की कमी के कारण धान का भंडारण भी ठीक से नहीं हो पा रहा है। किसानों का कहना है कि खरीदी की प्रक्रिया अत्यधिक धीमी हो गई है और कोई भी सक्षम अधिकारी मौके पर उपस्थित नहीं है। उनकी शिकायतों के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

किसानों की मांगें:

  1. व्यवस्थाओं में सुधार: खरीदी केंद्र पर बारदाने, पल्लेदारों और स्थान की पर्याप्त व्यवस्था की जाए।

  2. भ्रष्टाचार की जांच: किसानों द्वारा लगाए गए रिश्वत के आरोपों की निष्पक्ष जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

  3. सुरक्षा व्यवस्था: चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए केंद्र पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

  4. खरीदी प्रक्रिया में तेजी: तुलाई प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाया जाए ताकि किसानों को लंबी प्रतीक्षा से मुक्ति मिले।

मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री पर सवाल:

धान खरीदी केंद्रों पर किसानों की हो रही परेशानियों ने राज्य सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से किसानों को उम्मीद है कि वे इस मामले में त्वरित और ठोस कार्रवाई करेंगे।

किसानों की नाराजगी:

किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। उनका कहना है कि वे सरकार की योजनाओं का लाभ तभी ले पाएंगे, जब व्यवस्थाएं सही होंगी।

क्या व्यवस्था सुधरेगी?

धान खरीदी केंद्रों की वर्तमान स्थिति किसानों की मेहनत और सरकार की योजनाओं पर गंभीर सवाल खड़ा कर रही है। अब देखना यह है कि प्रशासन इन समस्याओं को हल करने के लिए कब और कैसे कदम उठाता है। रीवा जिले के किसानों की यह आवाज न केवल प्रशासन बल्कि सरकार के लिए भी एक चेतावनी है। अगर जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो यह मामला गंभीर रूप ले सकता है और किसानों के बीच और आक्रोश पैदा हो सकता है।



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