मध्यप्रदेश के धार जिले के टांडा में मीसा बंदी नरवरसिंह चौहान का निधन nidhan Aajtak24 News

मध्यप्रदेश के धार जिले के टांडा में मीसा बंदी नरवरसिंह चौहान का निधन nidhan Aajtak24 News 

धार  - मध्यप्रदेश के धार जिले के टांडा नगर के वरिष्ठ समाजसेवी, पत्रकार, और जनसंघ एवं जनता दल के समय के नेता श्री नरवरसिंह चौहान का 75 वर्ष की आयु में रविवार को आकस्मिक निधन हो गया। उनका निधन क्षेत्रवासियों और उनके सहयोगियों के लिए अपूरणीय क्षति है। श्री नरवरसिंह चौहान ने अपने छात्र जीवन से ही राजनीति और पत्रकारिता के क्षेत्र में कदम रखा और समाज सेवा को अपना जीवन का उद्देश्य बनाया। उन्होंने हमेशा जन सेवा और पीड़ितों को मदद दिलाने के उद्देश्य से राजनीति को अपनाया, लेकिन कभी भी किसी राजनीतिक पद की लालसा नहीं की। वे एक सच्चे समाजसेवी और निर्भीक पत्रकार के रूप में पहचाने जाते थे। आपातकाल के दौरान, श्री चौहान ने मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में लगभग 19 माह तक जेल में बिताए। इस दौरान वे मीसा बंदी के रूप में देशभर में चर्चित हुए। उन्हें पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस, पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी, पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा, और रघु ठाकुर सहित कई प्रमुख नेताओं के साथ व्यक्तिगत रिश्ते थे। प्रदेश सरकार और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हमेशा मीसा बंदियों का सम्मान किया और उनकी गौरवमयी यात्रा को मान्यता दी। श्री चौहान का सम्मान स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उनके निवास पर किया जाता था।

अंतिम यात्रा और श्रद्धांजलि 

श्री नरवरसिंह चौहान का निधन टांडा नगर के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी अंतिम यात्रा आज प्रातः 10 बजे उनके निज निवास बस स्टैंड टांडा से प्रारंभ हुई। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों, नगर पत्रकार संघ, ग्राम पंचायत टांडा और समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। अंतिम यात्रा टांडा नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए मुक्तिधाम तक पहुंची। वहां उनके बड़े पुत्र पवन ठाकुर और कान्हा ठाकुर ने उन्हें मुखाग्नि दी। अंतिम यात्रा में नगर सहित आसपास के क्षेत्रों से आए जनप्रतिनिधि, नेता, समाज बंधु, और अधिकारी भी उपस्थित रहे और शोक सभा में अपनी संवेदनाएँ व्यक्त की। उनके निधन से टांडा और आसपास के क्षेत्रों में शोक की लहर दौड़ गई है, और उनकी समाज सेवा, पत्रकारिता और संघर्षशीलता को हमेशा याद किया जाएगा।





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